विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिए अमेरिका की ओर से नामित अजय बंगा भारत के दो दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात करेंगे। बंगा 23 से 25 मार्च तक नयी दिल्ली के दौरे पर हैं। यह उनके तीन हफ्ते के वैश्विक दौरे का अंतिम पड़ाव है। उनका दौरा अफ्रीका से शुरू हुआ, फिर वह लातिन अमेरिका और एशिया पहुंचे।
अमेरिका के वित्त विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत में, बंगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेशी मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे। ये चर्चाएं भारत की विकास प्राथमिकताओं, विश्व बैंक और वैश्विक आर्थिक वृद्धि के लिए चुनौतियों पर केंद्रित होंगी।’’ बंगा लर्ननेट इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स भी जाएंगे, जो विश्व बैंक द्वारा आंशिक तौर पर वित्तपोषित और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के सहयोग से स्थापित व्यावसायिक संस्थानों का एक नेटवर्क है।
बयान में मुताबिक बंगा के नामांकन की घोषणा के तुरंत बाद भारत सरकार ने उनका समर्थन किया था। उसके बाद से बांग्लादेश, कोलंबिया, मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, घाना, इटली, जापान, केन्या, सऊदी अरब, कोरिया और ब्रिटेन भी उनकी दावेदारी का समर्थन कर चुके हैं।
चीन ने जताया संदेह
चीन ने बुधवार को जाने-माने भारतीय-अमेरिकी उद्यमी अजय बंगा को विश्वबैंक की अगुवाई को लेकर समर्थन देने पर संदेह जताया। उसने कहा है कि उसके लिये योग्यता के आधार पर अन्य संभावित उम्मीदवारों को समर्थन देने का विकल्प खुला है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 63 साल के बंगा को विश्व बैंक के अध्यक्ष पद के लिये नामित किया है। अमेरिका से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, बंगा बुधवार को चीन आने वाले हैं। यात्रा के दौरान वह पीपल्स बैंक ऑफ चाइना के अधिकारियों से मिलेंगे और अपनी उम्मीदवारी के लिये चीन से समर्थन मांगेंगे।