Highlights
- यूपी के बजट में सरकार का मुख्य फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा पर रहा है
- it के क्षेत्र में 5 साल में 40,000 करोड़ निवेश से 4 लाख युवाओं को रोजगार
- टेक्नोलॉजी से अपडेट करने के लिए 5 साल में 2 करोड़ स्मार्टफोन-टैबलेट बांटा जाएगा
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट गुरुवार को पेश हुआ। विधानसभा में वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने 6.15 लाख करोड़ रुपये का बजट प्रस्तुत किया, यह राज्य के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा बजट है। राज्य का पिछला बजट 5.5 लाख करोड़ रुपये का था। सरकार के इस बजट में महिलाओं, बुजुर्गों, युवाओं सहित सभी वर्गों के लिए बड़ी घोषणाएं की गईं। पूरे बजट में वित्त मंत्री का पूरा फोकस सड़कों और मेट्रो जैसी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के साथ कृषि में तकनीक के इस्तेमाल और नौकरियों के अवसर बढ़ाने पर रहा। आइए जानते हैं योगी 2.0 सरकार के पहले बजट की अहम घोषणाएं क्या हैं।
युवाओं पर फोकस
योगी सरकार के बजट में मुख्य फोकस छात्रों और युवाओं पर रहा। यूपी की प्रतिभााओं के लिए बजट में कई घोषणाएं हुईं। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को टेक्नोलॉजी से अपडेट करने के लिए 5 साल में 2 करोड़ स्मार्टफोन-टैबलेट बांटा जाएगा। नई स्टार्टअप नीति के तहत 5 साल में हर जनपद में कम से कम से एक या ज्यादा से ज्यादा 100 इन्क्यूबेटर्स सेंटर्स खोले जाएंगे। UP के मूल निवासी पदक विजेताओं की सीधी भर्ती के माध्यम से राजपत्रित पदों पर नौकरी दी जाएगी। योगी सरकार ऐसे 40,402 शिक्षकों की भर्ती कर रही है। साथ में 7540 नए पदों भी बनाए जाएंगे।
आंकड़ों में समझिए राज्य की सेहत
2022—23 का बजट | 6,15,518 करोड़ रुपये |
2021—22 का बजट | 5,50,270 करोड़ रुपये |
पिछले बजट के मुकाबले वृद्धि | 65,249 करोड़ रुपये |
बजट में नई शामिल योजनाएं | 39,181 करोड़ रुपये |
सरकार की आय (अनुमानित) | 5,90,951 करोड़ 71 लाख रुपये |
राजस्व आय | 4,99,951 करोड़ 71 लाख रुपये |
पूंजीगत आय | 91,739 करोड़ रुपये |
राजकोषीय घाटा | GDP का 3.96 प्रतिशत |