UP 2023-24 Budget: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले साल दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया था। विधानसभा में वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने 6.15 लाख करोड़ रुपये का बजट प्रस्तुत किया, यह राज्य के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा बजट था। इस साल उसका भी रिकॉर्ड टूटने का अनुमान है। बता दें कि उससे पहले यानी कि 2021-22 के बजट 5.5 लाख करोड़ रुपये का था। सरकार के इस बजट में महिलाओं, बुजुर्गों, युवाओं सहित सभी वर्गों के लिए बड़ी घोषणाएं की गईं। पूरे बजट में वित्त मंत्री का पूरा फोकस सड़कों और मेट्रो जैसी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के साथ कृषि में तकनीक के इस्तेमाल और नौकरियों के अवसर बढ़ाने पर रहा। आइए जानते हैं योगी 2.0 सरकार के पहले बजट की अहम घोषणाएं क्या थी।
युवाओं पर फोकस
योगी सरकार के बजट में मुख्य फोकस छात्रों और युवाओं पर रहा। यूपी की प्रतिभााओं के लिए बजट में कई घोषणाएं हुईं। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को टेक्नोलॉजी से अपडेट करने के लिए 5 साल में 2 करोड़ स्मार्टफोन-टैबलेट बांटने की बात कही गई थी। नई स्टार्टअप नीति के तहत 5 साल में हर जनपद में कम से कम से एक या ज्यादा से ज्यादा 100 इन्क्यूबेटर्स सेंटर्स खोलने के वादे किए गए थे। योगी सरकार ने 40,402 शिक्षकों की भर्ती करने की बात कही थी।
एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने पर ध्यान दे रही योगी सरकार
इस बार के बजट में उत्तर प्रदेश सरकार की सलाहकार डेलॉयट की राज्य को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य तक ले जाने की पहली रिपोर्ट पर भी ध्यान केंद्रित किए जाने की संभावना है। अर्थव्यवस्था का वर्तमान वित्तीय आकार लगभग 20.48 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है। डॉलर के मुकाबले रुपये के मौजूदा मूल्य को देखें तो उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए इसकी अर्थव्यवस्था का आकार लगभग 80 लाख करोड़ रुपये से अधिक होना चाहिए। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राज्य का बजट लोगों की उम्मीदों से बढ़कर होगा। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और राज्य में योगी आदित्यनाथ जी के साथ भाजपा की डबल इंजन सरकार है। यूपी का बजट लोगों की उम्मीद से बेहतर होगा।