देश के नौ बड़े शहरों में बिना बिके मकानों या फ्लैट की इन्वेंटरी (Unsold housing stock) में सुधार देखने को मिला है। जुलाई-सितंबर की अवधि के दौरान नौ प्रमुख शहरों में बिना बिके आवास स्टॉक 3 प्रतिशत गिरकर 5 प्रतिशत रह गया। डेटा एनालिटिक फर्म प्रॉपइक्विटी (PropEquity) की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर तिमाही के आखिर में बिना बिकी हाउसिंग इन्वेंटरी घटकर 5,08,464 यूनिट हो गई है, जबकि इस साल 30 जून को यह 5,26,497 यूनिट थी।
प्रमुख भारतीय शहरों में आवास की कीमतें बढ़ रही
खबर के मुताबिक, जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान, प्रॉपइक्विटी डेटा से पता चला कि घरों की बिक्री 1,15,904 यूनिट थी, जबकि नौ प्रमुख शहरों में नई सप्लाई 97,871 यूनिट थी। इस वजह से नतीजा यह हुआ कि बिना बिके घरों की संख्या (Unsold housing stock) में गिरावट आई। कोविड के बाद के सालों में प्रमुख भारतीय शहरों में आवास की कीमतें बढ़ रही हैं। प्रॉपइक्विटी के संस्थापक और सीईओ समीर जसूजा ने कहा कि हालांकि पूंजी मूल्यों में यह बढ़ोतरी निवेशकों को भारत के प्रमुख रियल एस्टेट (Real Estate) बाजारों की ओर आकर्षित कर रही है, लेकिन बिना बिके आवास स्टॉक में कमी आई है।
घरों की डिमांड में सुधार की उम्मीद
जसूजा ने कहा कि अगर होम लोन पर ब्याज दरें स्थिर रहती हैं या आने वाले महीनों में नरम हो जाती हैं, तो हम आवास मांग में ग्रोथ की उम्मीद करते हैं। नौ शहरों में, हैदराबाद में बिना बिके आवास स्टॉक सितंबर तिमाही में 6 प्रतिशत बढ़कर 1,05,240 यूनिट हो गया, जो जून के आखिर में 99,589 यूनिट था। समीक्षाधीन अवधि के दौरान बेंगलुरु में बिना बिके घरों की संख्या 1 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी के साथ 54,084 यूनिट से बढ़कर 54,404 यूनिट हो गई।
पुणे में बिना बिके घरों की संख्या 10 प्रतिशत घटी
नवी मुंबई में भी बिना बिके आवास की संख्या (Unsold housing stock) में 1 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई, जो 34,780 यूनिट से बढ़कर 34,983 यूनिट हो गई। हालांकि, ठाणे में बिना बिके घरों की संख्या 6 प्रतिशत गिरकर 1,12,100 यूनिट से 1,04,959 यूनिट हो गई। पुणे में बिना बिके घरों की संख्या 10 प्रतिशत घटकर 79,405 यूनिट से 71,220 यूनिट पर आ गई, जबकि मुंबई में 4 प्रतिशत की गिरावट के साथ 63,637 यूनिट से 61,142 यूनिट पर आ गई।
दिल्ली-एनसीआर में भी आई कमी
दिल्ली-एनसीआर में, बिना बिकी आवास की संख्या (Unsold housing stock) 40,211 यूनिट से 7 प्रतिशत घटकर 37,356 यूनिट हो गई। चेन्नई में बिना बिके घर 21,663 यूनिट से 7 प्रतिशत गिरकर 20,048 यूनिट पर आ गए। कोलकाता में, जुलाई-सितंबर की अवधि के आखिर में बिना बिके घरों की लिस्ट की संख्या 9 प्रतिशत घटकर 19,112 यूनिट हो गई, जबकि इस साल जून के आखिर में यह 21,028 यूनिट थी। डेटा में अपार्टमेंट, इंडिपेंडेंट हाउस और विला शामिल हैं।