Union Budget 2023 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को कहा कि राज्यों की सक्रिय भागीदारी, सरकारी कार्यक्रमों को एकसाथ लाकर और निजी-सार्वजनिक भागीदारी के साथ पर्यटन को प्रोत्साहन मिशन मोड में किया जाएगा। उन्होंने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश करते हुए इस बात पर जोर भी दिया कि भारत में स्थानीय और विदेशी पर्यटकों के लिए ‘असीम आकर्षण’ है। सीतारमण ने कहा, ‘‘पर्यटन क्षेत्र में अभी बहुत संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में रोजगार और उद्यमिता के लिए व्यापक अवसर भी हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राज्यों की सक्रिय भागीदारी, सरकारी कार्यक्रमों को एकसाथ लाकर और निजी-सार्वजनिक भागीदारी के साथ पर्यटन को प्रोत्साहन मिशन मोड में किया जाएगा।’’
राजकोषीय घाटा 2025-26 तक 4.5 प्रतिशत से नीचे लाया जाएगा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कि राजकोषीय घाटे को वित्त वर्ष 2025-26 तक कम करके 4.5 प्रतिशत से नीचे लाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि बजट में अगले वित्त वर्ष के लिए कर प्राप्तियों को 23.3 लाख करोड़ रुपये पर रखा गया है। इसके अलावा राज्यों को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.5 प्रतिशत तक राजकोषीय घाटे की अनुमति होगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे की भरपाई करने के लिए, दिनांकित प्रतिभूतियों से शुद्ध बाजार कर्ज 11.8 लाख करोड़ रुपये अनुमानित है। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए संशोधित अनुमान में वित्त मंत्री ने राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 6.4 प्रतिशत रखा है। हालांकि, अगले वित्त वर्ष के लिए इसे घटाकर 5.9 प्रतिशत कर दिया है। चालू वित्त वर्ष के लिए सरकार ने इसे जीडीपी के 6.4 प्रतिशत पर रखा था। चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा 16,61,196 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
इनपुट-भाषा