App जरिए टैक्सी सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी Uber ने दुनिया भर के बाजारों में आक्रामक रूप से प्रवेश करने के लिए कई अनैतिक साधनों का इस्तेमाल किया। यह जानकारी गोपनीय फाइलों के लीक होने से मिला है। रिपोर्ट के अनुसार, टेक दिग्गज उबर ने कानूनों की धज्जियां उड़ाईं, पुलिस को ठगा, ड्राइवरों के खिलाफ हिंसा का फायदा उठाया और अपने आक्रामक वैश्विक विस्तार के दौरान गुप्त रूप से सरकारों से सांठगांठ की। ये जानकारी द गार्जियन की रिपोर्ट में सामने आई है। गार्जियन को 124,000 से अधिक दस्तावेज हाथ लगे जिसके आधार पर ये खुलासा हुआ है।
राजनीतिक हस्तियों की लॉबिंग की
रिपोर्ट के मुताबिक उबर ने श्रम और टैक्सी कानूनों में ढील पाने के लिए राजनीतिक हस्तियों की लॉबिंग की, नियामकों और कानूनी जांच को विफल करने के लिए स्टेल्थ (तथ्यों को छिपाने वाली) तकनीक का इस्तेमाल किया, बरमुडा और अन्य टैक्स हेवन से धन भेजा तथा अपने ड्राइवरों के साथ हुई हिंसा की घटनाओं का इस्तेमाल जनता की सहानुभूति हासिल करने के लिए किया। खोजी पत्रकारों के एक गैर-लाभकारी नेटवर्क- इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट ने उबर के आंतरिक दस्तावेज, ईमेल, इनवॉइस और अन्य दस्तावेजों की छानबीन की। इस रिपोर्ट और ऊबर से संबंधित दस्तावेजों को सबसे पहले ब्रिटिश अखबार द गार्जियन में लीक किया गया, जिसने उसे एक समूह के साथ साझा किया। उबर के प्रवक्ता जिल हेजलबेकर ने अतीत में हुई ‘गलतियों’ को स्वीकार किया और कहा कि 2017 में नियुक्त सीईओ दारा खोस्रोशाही को ‘उबर के संचालन से जुड़े हर पहलू को बदलने का काम सौंपा गया था।
विरोधियों के साथ एक गुप्त सौदा किया
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने उबर की मदद करने के लिए हद पार कर दी, यहां तक कि कंपनी को यह भी बताया कि उन्होंने फ्रांसीसी कैबिनेट में अपने विरोधियों के साथ एक गुप्त सौदा किया था। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि कलानिक ने फ्रांस में उबर ड्राइवरों के खिलाफ हुई हिंसा का इस्तेमाल सहानुभूति पाने के लिए किया। उन्होंने सहयोगियों को संदेश भेजा, हिंसा सफलता की गारंटी है। इसके जवाब में कलानिक के प्रवक्ता डेवोन स्पर्जन ने कहा कि पूर्व सीईओ ने ‘‘कभी यह सुझाव नहीं दिया कि उबर को ड्राइवरों की सुरक्षा की कीमत पर हिंसा का लाभ उठाना चाहिए। उबर फाइल्स का कहना है कि कंपनी ने अपने मुनाफे को बरमुडा और अन्य टैक्स हेवन के जरिए भेजकर लाखों डॉलर की कर चोरी भी की।