Highlights
- Uber पर गैरकानूनी एवं संदिग्ध तरीके अपनाने का आरोप
- स्टील्थ तकनीक से करती है काम
- 2017 में भी लग चुके हैं आरोप
Uber Company: उबर पर कई बार अधिक पैसे लेने के आरोप लगते रहे हैं। इससे पहले कंपनी के कर्मचारियों ने हड़ताल भी किया था। 2017 में एक साथ कंपनी के 1.5 लाख ड्राइवर हड़ताल पर चले गए थे। उसके बाद से कंपनी ने कई सारे नियम में बदलाव किए थे। अब कंपनी के उपर गैरकानूनी कार्य करने के आरोप लगाए जा रहे हैं।
ऐप्स आधारित कैब सेवाएं देने वाली कंपनी उबर दुनियाभर के बाजारों में अपनी पहुंच बनाने में कंपनी कामयाब रही है। अब उसके उपर गैरकानूनी एवं संदिग्ध तरीके अपनाने के आरोप लग रहे है। कंपनी ने उन आरोपों पर सफाई देते हुए सोमवार को कहा कि उसे पिछले पांच वर्षों के उसके काम से आंका जाए। हर बार गलतियों से आंकना ठीक नहीं है।
स्टील्थ तकनीक से काम करने का आरोप
एक साझा मीडिया पड़ताल से यह पता चला है कि उबर ने दुनियाभर के बाजारों में खुद को मजबूत बनाने और सरकारी जांच से बचने के लिए नजर न आने वाली (स्टील्थ) तकनीक का इस्तेमाल किया। इसका इस्तेमाल सरकारी गतिविधियों के नजर में न आने के लिए किया जाता है। उबर फाइल्स पर लगे इन आरोपों के संबंध में कंपनी के प्रवक्ता से इन निष्कर्षों पर प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया गया।
उबर इंडिया के प्रवक्ता ने कंपनी की तरफ से वैश्विक स्तर पर जारी बयान का जिक्र किया। इस बयान में उबर ने अतीत की गलतियों को स्वीकार करने के साथ ही कहा है कि 2017 से मुख्य कार्यपालक अधिकारी दारा खोसरोशाही के कार्यकाल में यह एक अलग कंपनी बनकर उभरी है।
2017 में भी आई थी गलती की खबरें
उबर ने अपने बयान में कहा, ‘‘हमने अतीत की उन हरकतों के लिए कोई बहाना नहीं बनाया है और न ही बनाएंगे, लेकिन यह स्पष्ट तौर पर हमारे मौजूदा मूल्यों के अनुरूप नहीं है। इसके बजाय हम लोगों से यह कहते हैं कि वे पिछले पांच वर्षों की हमारी गतिविधियों के आधार पर हमारा मूल्यांकन करें। इस पड़ताल में उबर के भारतीय परिचालन से जुड़ी गतिविधियों का विस्तृत ब्योरा नहीं दिया गया है, लेकिन खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय गठजोड़ ने अपनी रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया है कि उबर ने वैश्विक स्तर पर टैक्सी नियमों का किस तरह उल्लंघन किया। उबर ने इस पर कहा कि वर्ष 2017 से पहले की उबर की गलतियों पर आई खबरों की कमी नहीं रही है। हजारों खबरें प्रकाशित हुई हैं, कई किताबें लिखी गई हैं, यहां तक कि एक टीवी सीरीज भी आ चुकी है। लेकिन पांच साल पहले कई वरिष्ठ अधिकारियों को निकाल दिया गया था। अगर कंपनी के किसी व्यक्ति की गलती पाई जाती है तो आगे भी कार्रवाई की जाएगी।