Highlights
- कंपनियों इसी साल दो से तीन बार कीमतें बढ़ा चुकी हैं
- कीमत का यह वार अब उन्हीं पर उलटा पड़ता दिख रहा है
- महंगाई के कारण इलेक्ट्रॉनिक की सेल में भयंकर गिरावट आई है
भारत में इस समय हर जगह महंगाई का ही रोना है। पेट्रोल डीजल से लेकर खाने पीने की वस्तुओं की महंगाई ने आम इंसान को तोड़ रखा है। वहीं इनपुट कॉस्ट के नाम पर मोबाइल, टीवी और फ्रिज बनाने वाली कंपनियों इसी साल दो से तीन बार कीमतें बढ़ा चुकी हैं। लेकिन भारतीय ग्राहकों पर कीमत का यह वार अब उन्हीं पर उलटा पड़ता दिख रहा है।
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार महंगाई के कारण इलेक्ट्रॉनिक सामान की सेल में भयंकर गिरावट आई है। लेकिन इसके बावजूद कंपनियां अभी कीमत घटाने को तैयार नहीं हैं। बल्कि अब कंपनियों प्रॉडक्शन कम करने लगी हैं। कंपनियों ने जुलाई तक प्रॉडक्शन टारगेट को 10 फीसदी कम कर दिया है।
प्राप्त जानकरी के अनुसार सभी मोबाइल कंपनियों ने अपने उत्पादन योजना में बदलाव किया है। वहीं कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक कंपनियां जरूरत के मुताबिक ही प्रोडक्शन कर रही हैं। कंपनियों के अनुसार सबसे ज्यादा डिमांड बजट और मिड रेंज के प्रोडक्ट की घटी है। बता दें कि यही वह प्राइज सेगमेंट है जिसमें गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार आते हैं और महंगाई की सबसे बुरी मार इन्हीं पर पड़ी है।
कच्चे माल की कमी भी एक कारण
कंपनियों के अनुसार कच्चे माल की कमी भी इसका एक प्रमुख कारण है। रूस यूक्रेन संकट और चीन में लॉकडाउन के कारण सप्लाई चेन बुरी तरह प्रभावित है। शंघाई में लॉकडाउन के कारण बहुत से प्रोडक्ट के कंपोनेंट चीन से आ नहीं पा रहे हैं।