10 Minute Grocery Delivery Startup: बिजनेस की दुनिया में एक बड़ी खबर सामने आई है। विश्व की एक ताकतवर कंपनी ने काम बंद करने का फैसला लिया है। कहा जाता है कि जब कोई कंपनी खुलती है तो धीरे-धीरे उससे सैकड़ों लोगों की रोजी-रोटी जुड़ जाती है, लेकिन जब वो बंद होती है तो उनलोगों के सपने भी टूट जाते हैं जो उस कंपनी के साथ रहते हुए देखते थे। ऑस्ट्रेलियाई ग्रॉसरी डिलीवरी स्टार्टअप मिल्करन ने निराशाजनक वैश्विक आर्थिक परिदृश्य के बीच कंपनी बंद करने और 400 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है। फोर्ब्स ऑस्ट्रेलिया के अनुसार, इसके सह-संस्थापक डैनी मिलहम ने कर्मचारियों से कहा कि कंपनी 14 अप्रैल को कारोबार बंद कर देगी। उन्होंने बताया कि जब से हमने फरवरी में अपने संरचनात्मक परिवर्तनों की घोषणा की है, तब से आर्थिक और पूंजी बाजार की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, जबकि व्यवसाय ने अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखा है, हम दृढ़ता से महसूस करते हैं कि मौजूदा परिवेश में यह सही निर्णय है।
इस वजह से आई ऐसी नौबत
फरवरी में मिल्करन ने घोषणा की थी कि वह अपने डिलीवरी केंद्रों को मजबूत करने के कदम के हिस्से के रूप में अपने तत्कालीन कर्मचारियों के 20 प्रतिशत को बेमानी बना देगा। सह-संस्थापक ने कर्मचारियों से कहा कि हम हमेशा चीजों को सही तरीके से करने के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं और जब तक हमारे पास पर्याप्त नकदी है, तब तक हम अपने लोगों और आपूर्तिकर्ताओं को पूरा भुगतान सुनिश्चित करने में सक्षम रहेंगे। बता दें इसकी शुरुआत 2021 में महामारी के दौरान हुई थी। उस दौरान लॉन्च किए गए स्टार्टअप मिल्करन ने 11 मिलियन डॉलर का सीड राउंड हासिल किया था। 2022 की शुरुआत में स्टार्टअप ने 75 मिलियन डॉलर और जुटाए, जिसमें यूएस-आधारित टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट शामिल था। मैकिन्से के अनुसार, 2021 के पहले नौ महीनों में दुनिया भर में लगभग 5.8 अरब डॉलर का निवेश एडर्क सुविधा स्टोर में किया गया था। हालांकि, जैसे-जैसे महामारी कम हुई, इंस्टेंट ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म की लोकप्रियता भी कम हुई।
भारत में भी मिल्करन जैसी सर्विस दे रही हैं कुछ कंपनियां
मिल्करन नाम का ये स्टार्टअप 10 मिनट में सिडनी के कुछ शहरों में ग्रॉसरी डिलीवर करता है। यह कंपनी बिलकुल वैसे ही काम करती है, जैसे भारत में जेप्टो, ब्लिंकिट और बिग बास्केट जैसी कंपनिया बिजनेस कर रही हैं। भारत में 10 मिनट में ग्रॉसरी खरीदने वाला कॉन्सेप्ट काफी अच्छा काम कर रहा है, लेकिन इस बात पर मुहर लगाना मुश्किल है कि आने वाले समय में यह कितना कारगर होगा। बता दें कि ग्लोबल ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेयर गोपफ ने इस साल मार्च में 12 महीनों में अपने तीसरे दौर की छंटनी की घोषणा की है। गोरिल्ला ने 2022 में 100 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया और तीन देशों से बाहर निकल गए।