प्याज के साथ-साथ अब टमाटर भी महंगे होने के रास्ते पर चल पड़ा है। बीते कुछ दिनों से टमाटर की खुदरा कीमतों में लगातार तेजी का रुझान देखने को मिल रहा है। देश के कई हिस्सों में टमाटर की कीमतें पिछले 15 दिनों में करीब दोगुनी तक हो गई हैं। माना जा रहा है कि कम से कम अगले 20 दिनों तक इसकी कीमत में तेजी का रुख बना रहेगा। इसकी बड़ी वजह मुख्य रूप से इसकी खेती के लिए निर्धारित क्षेत्र में कमी के चलते सप्लाई में कमी है। बेंगलुरु और आस-पास के इलाकों में खुदरा बाजार में कीमतें अब 70 से 80 रुपये प्रति किलो तक के बीच जा पहुंची हैं।
दक्षिण भारत के राज्यों में कीमत ज्यादा तेज
भीषण गर्मी का असर टमाटर पर दिखने लगा है। महाराष्ट्र सहित दक्षिण भारत के राज्यों- कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में टमाटर की खुदरा कीमतों में जोरदार इजाफा देखने को मिल रहा है। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बिग बास्केट पर 19 जून को एक किलो टमाटर की कीमत 60 रुपये है। दिल्ली-एनसीआर में टमाटर की खुदरा कीमत 30-70 रुपये के बीच है। माना जा रहा है कि कि उत्तर भारत में भी आने वाले दिनों में टमाटर की कीमतों में तेजी देखने को मिलेगी।
भारत में टमाटर की खपत
एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में टमाटर की खपत 2026 तक 19 मिलियन मीट्रिक टन तक पहुंचने की उम्मीद है। यह साल 2021 से 0.4% अधिक है। साल 2021 में, भारत चीन के बाद टमाटर खपत के मामले में दूसरे स्थान पर था, तब 18.4 मिलियन मीट्रिक टन की खपत हुई थी। देश में सबसे ज्यादा टमाटर पैदा करने वाले राज्यों में - आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश,कर्नाटक, गुजरात और ओडिशा शामिल हैं। देश में टमाटर की कीमत जुलाई में और भी आसमान पर होती है, जब भारी बारिश के चलते फसल बर्बाद हो जाते हैं और सप्लाई कम हो जाती है।