भारत में टमाटर की कीमतें आपके किचन में ही नहीं बल्कि संसद से लेकर रिजर्व बैंक के बोर्ड रूम में भी चर्चा का विषय बनी हुई है। देश के टमाटर उत्पादक राज्यों में फसल खराब होने से इसकी आवक में कमी आई है, जिससे देश भर में टमाटर 150 से 300 रुपये के बीच बिक रहा है। इस बीच सरकार ने कीमतों को थामने के लिए 70 रुपये किलो का टमाटर भी बेचना शुरू किया था। लेकिन अब सरकार नेपाल से टमाटर भी आयात करने जा रही है। जल्द ही आपके किचन में नेपाल से आया टमाटर दिखाई दे सकता है। उम्मीद है कि नेपाल से आवक बढ़ने से कीमतों में कुछ कमी आए।
बता दें कि संसद में अविश्वास प्रस्ताव की बहस में बोलेते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह बताया था कि कीमतों को कम करने के लिए भारत जल्द ही नेपाल से टमाटर का आयात करेगा। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही टमाटर की खेप नेपाल से भारत आ सकती है। संभावना है कि नेपाली टमाटर थोड़ा सस्ता हो सकता है। ऐसे में आपकी जेब पर असर दिखाई दे सकता है।फिलहाल सरकार सहकारी समितियों के जरिए लोगों को सब्सिडी पर टमाटर दे रही है
UP में जल्द घट सकती हैं कीमतें
किसानों ने खराब बारिश, उच्च तापमान और फसल पर वायरस के प्रकोप सहित कई अन्य कारणों को टमाटर उपज में गिरावट और आपूर्ति में देरी का हवाला दिया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि आयात की पहली खेप शुक्रवार तक उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में पहुंच सकती है। ऐसे में यूपी के वाराणसी, लखनऊ और कानपुर शहरों में नेपाली टमाटर दिखाई दे सकता है। इसके बाद यूपी के अलावा अन्य राज्यों के शहरों में भी टमाटर की खेप भेजी जाने की संभावना है।
रिजर्व बैंक ने भी जताई चिंता
जून के बाद से टमाटर की कीमतें लगातार 100 रुपये से अधिक बनी हुई हैं। आरबीआई मौद्रिक नीति समिति की बैठक के प्रमुख फैसलों की घोषणा करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने 10 अगस्त को यह भी कहा कि टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी और अनाज, दालों में बढ़ोतरी ने मुद्रास्फीति में योगदान दिया है। उन्होंने आगे कहा कि जल्द ही सब्जियों की कीमतों में महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिल सकता है।
टमाटर के अलावा अन्य सब्जियां भी महंगी
सिर्फ टमाटर ही ही नहीं बल्कि प्याज की कीमतें भी बढ़ रही हैं। इसके अलावा बीन्स, गाजर, अदरक, मिर्च जैसे महंगे खाद्य पदार्थ न केवल अगले कुछ महीनों में राज्य चुनावों से पहले मतदाताओं में असंतोष पैदा कर सकते हैं। ऐसे में सरकार भी कीमतों को थामने के लिए प्रयास तेज कर रही है।