रियल एस्टेट क्षेत्र की कंपनी डीएलएफ गुरुग्राम में एक ‘अल्ट्रा-लक्जरी’ आवासीय परियोजना विकसित करने पर लगभग 8,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी का इरादा प्रीमियम या महंगे घरों की मजबूत मांग को भुनाने का है। पिछले महीने डीएलएफ ने सभी नियामकीय अनुमोदन प्राप्त करने के बाद गुरुग्राम के डीएलएफ-5 में अपनी इस 17 एकड़ की सुपर-लक्जरी आवासीय परियोजना ‘द डहेलियाज’ की पूर्व-पेशकश (प्री-लॉन्च) की थी जिसे ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी। कंपनी इस परियोजना में लगभग 420 अपार्टमेंट विकसित करेगी। यह ‘द कैमेलियास’ की सफल आपूर्ति के बाद डीएलएफ की दूसरी बड़ी लक्जरी परियोजना होगी। सूत्रों के अनुसार, डीएलएफ अगले 4-5 साल में इस नई परियोजना के निर्माण पर लगभग 8,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिसमें लगभग 50 लाख वर्ग फुट क्षेत्र शामिल है।
26,000 करोड़ रुपये के रेवन्यू की उम्मीद
हाल ही में विश्लेषकों के साथ आयोजित एक कॉन्फ्रेंस कॉल में, डीएलएफ के प्रबंध निदेशक अशोक त्यागी ने बताया था कि कंपनी को गुरुग्राम में इस नई सुपर-लक्जरी परियोजना से वर्तमान ‘प्री-लॉन्च’ कीमत के आधार पर 26,000 करोड़ रुपये के रेवन्यू की उम्मीद है। त्यागी ने इस परियोजना की राजस्व क्षमता के बारे में एक सवाल पर कहा, ‘‘हमने अभी जो रेरा में दाखिल किया है, वह 26,000 करोड़ रुपये का राजस्व है। कीमतें बढ़ने के साथ यह आंकड़ा और बढ़ेगा।’’ एक अपार्टमेंट का न्यूनतम आकार 10,300 वर्ग फुट है। सुपर-लक्जरी परियोजना के बारे में अधिक विस्तार से बताते हुए त्यागी ने कहा कि इस परियोजना में निर्माण लागत लगभग 18,000 रुपये प्रति वर्ग फुट होगी। इसकी वजह बुनियादी ढांचे पर खर्च, एक कृत्रिम झील और चार लाख वर्ग फुट का क्लब है। वर्तमान में बिक्री मूल्य लगभग एक लाख रुपये प्रति वर्ग फुट ‘कार्पेट’ क्षेत्र है।
‘द कैमेलियास’ की सफलता को दोहराएगी
डीएलएफ की अनुषंगी कंपनी डीएलएफ होम डेवलपर्स के संयुक्त प्रबंध निदेशक आकाश ओहरी ने कहा कि यह परियोजना पिछली सुपर-लक्जरी परियोजना ‘द कैमेलियास’ से बहुत बेहतर होगी। ओहरी ने विश्लेषकों से कहा, ‘द डहेलियाज के लिए अबतक हमें जो प्रतिक्रिया मिली है, उससे हम बहुत खुश हूं। आज, लोग पैसे से खरीदी जा सकने वाली सर्वश्रेष्ठ जीवनशैली की तलाश कर रहे हैं, और यह परियोजना इसका एक विकल्प है।’’ ओहरी ने उम्मीद जताई कि यह परियोजना भी ‘द कैमेलियास’ की सफलता को दोहराएगी। ‘द कैमेलियास’ परियोजना में शुरुआत में 7,000 करोड़ रुपये के राजस्व का अनुमान लगाया गया था। बाद में परियोजना से 12,500 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था। इस ऊंचे मूल्य की परियोजना के साथ डीएलएफ को भरोसा है कि वह चालू वित्त वर्ष में 17,000 करोड़ रुपये के बिक्री के लक्ष्य को हासिल कर पाएगी।