Dangerous Flight Travelling: हवाई जहाज से यात्रा करने का सपना कई लोग देखते हैं। सोचिए अगर आप अपने सपने को पूरा करने जा रहे हो, तभी आपको पता चले कि जिस कंपनी के फ्लाइट का टिकट (Flight Ticket) खरीदा है, वह सबसे अधिक खतरनाक है। ऐसे में हो सकता है कि आप परेशान हो जाएं। भारत सरकार ने पिछले दो साल में सबसे अधिक टेक्निकल खराबी जैसी अन्य दूसरी गड़बड़ियों को अंजाम देने वाली फ्लाइट कंपनियों की एक लिस्ट जारी की है, जिसमें इंडिगो (Indigo) का नाम सबसे ऊपर है। देश में वर्ष 2021 और 2022 के दौरान विभिन्न विमानों में तकनीकी खराबी की कुल 1090 घटनाएं दर्ज की गई हैं।
इंडिगो के पास सबसे अधिक बाजार हिस्सेदारी
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार, इंडिगो के पास सबसे अधिक बाजार हिस्सेदारी है, जिसमें तकनीकी खराबी के 394 मामले दर्ज किए गए, जबकि स्पाइसजेट एयरलाइन में पिछले दो वर्षो के दौरान 313 ऐसे मामले आए। बता दें कि इंडिगो के बेड़े में 300 विमान हैं, जबकि स्पाइसजेट के बेड़े में करीब 100 विमान हैं। इस तरह के मामले कई बार किसी बड़ी घटना का कारण बन जाते हैं।
मंत्रालय ने लोकसभा में दी जानकारी
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि विमानों के संचालन के दौरान तकनीकी खराबी का अनुभव होता है। ये विमान में फिट किए गए सिस्टम या उपकरण या घटकों के अनुचित कामकाज/खराबी के कारण हो सकते हैं। कुछ तकनीकी बाधाओं के लिए उड़ान के चालक दल को कार्रवाई करने की जरूरत हो सकती है, जैसे कि एयर टर्न बैक, निरस्त टेक-ऑफ, या ऑपरेशन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इधर-उधर जाना और आमतौर पर गंभीर घटनाओं/दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लिया जाता है। विमान के आगे संचालन से पहले निर्माता द्वारा प्रदान किए गए मार्गदर्शन के आधार पर ऑपरेटर तकनीकी खराबी को ठीक करने के लिए कार्रवाई करते हैं।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) यह सुनिश्चित करता है कि एयरलाइन और रखरखाव संगठन के खिलाफ नियामक आवश्यकताओं का पालन करना जारी रखें, जिसे सर्विलांस, ऑडिट, स्पॉट चेक, नाइट सर्विलांस आदि की एक प्रणाली के माध्यम से शुरू में अनुमोदित किया गया है और गैर-अनुपालन के मामले में, डीजीसीए सुनिश्चित करता है कि सुधार एयरलाइंस या रखरखाव संगठन द्वारा किया जाता है। मंत्रालय ने सूचित किया कि डीजीसीए उल्लंघन पाए जाने पर संगठन/कार्मिकों के खिलाफ प्रवर्तन कार्रवाई शुरू करता है, जिसमें वित्तीय जुर्माना लगाने के अलावा चेतावनी, निलंबन और निकालना शामिल हो सकता है।