विप्रो के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) थिएरी डेलापोर्ट वित्त वर्ष 2024 में भारतीय आईटी इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ बन गए हैं, क्योंकि उन्होंने 20 मिलियन डॉलर (या 165 करोड़ रुपये से अधिक) से ज्यादा की कमाई की है। यह लगातार दूसरा साल है जब वे सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले सीईओ बने हैं। IANS की खबर के मुताबिक, डेलापोर्ट ने अप्रैल में आईटी सॉफ्टवेयर प्रमुख से इस्तीफा दे दिया और उनकी जगह श्रीनिवास पल्लिया को नियुक्त किया गया है।
सैलरी और भत्ता
खबर के मुताबिक, यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) के साथ विप्रो की 20-एफ फाइलिंग के मुताबिक, डेलापोर्ट ने वेतन और भत्ते में 3.9 मिलियन डॉलर से अधिक और कमीशन/परिवर्तनीय आय में 5 मिलियन डॉलर से अधिक की कमाई की। उन्हें अतिरिक्त भुगतान में 7 मिलियन डॉलर और दीर्घकालिक मुआवजे में 4 मिलियन डॉलर से अधिक मिले। इसकी तुलना में, पल्लिया को लगभग 50 करोड़ रुपये का सालान सैलरी पैकेज मिलता है, जो वित्त वर्ष 25 के लिए भारतीय आईटी उद्योग में सीईओ के बीच दूसरे स्थान पर हैं।
कंपनी का परफॉर्मेंस
यह तब हुआ जब वित्त वर्ष 2024 में विप्रो का राजस्व 90,486 करोड़ रुपये से गिरकर (साल-दर-साल) 89,760 करोड़ रुपये हो गया। स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, 31 मार्च को खत्म तीन महीनों में कंपनी का राजस्व 4.2 प्रतिशत घटकर 22,208.3 करोड़ रुपये रह गया। बेंगलुरु स्थित इस कंपनी ने एक साल पहले इसी तिमाही में 23,190.3 करोड़ रुपये का समेकित राजस्व दर्ज किया था। विप्रो ने वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही के लिए 8 प्रतिशत बढ़कर 2,835 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 3,074.5 करोड़ रुपये था। भारतीय मूल के भी कई सीईओ दुनिया में अपनी मोटी सैलरी के लिए जाने जाते हैं। ये सीईओ तमाम अलग-अलग सेक्टर की कंपनियों का नेतृत्व कर रहे हैं।