फाइनेंशियल प्लानिंग स्टैंडर्ड्स बोर्ड्स (FPSB) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी कृष्ण मिश्रा ने कहा कि देश को फाइनेंशियल प्लानिंग प्रोफेशनल्स की एक नई पीढ़ी की जरूरत है, जो ग्राहकों के लिए एडवाइजर के रूप में काम कर सकें। एफपीएसबी ने एक बयान में कहा कि भारत में इस समय 2,731 सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर (CFP) हैं, जो इंडस्ट्री में काम करने के साथ ही व्यक्तिगत रूप से भी सेवाएं दे रहे हैं। मिश्रा ने कहा कि ज्यादातर लोग जो इंडस्ट्री में हैं, वे अपने संगठनों को बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित कर सकते हैं, लेकिन जब उनके व्यक्तिगत वित्त की बात आती है तो उन्हें भी जूझना पड़ता है।
तैयार हो फाइनेंशियल प्लानिंग प्रोफेशनल्स की नई पीढ़ी
उन्होंने कहा कि यही वजह है कि हमें फाइनेंशियल प्लानिंग प्रोफेशनल्स की एक नई पीढ़ी तैयार करने की जरूरत है, जो ग्राहकों के लिए सलाहकार के रूप में काम कर सकें। मिश्रा ने शुक्रवार को भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (IIFT), दिल्ली के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर करने के मौके पर पीटीआई-भाषा से यह बात कही। यह एमओयू सीएफपी प्रमाणन के साथ कार्यकारी और नियमित परास्नातक कार्यक्रम शुरू करने के लिए किया गया।
भारत में बढ़ रही फाइनेंशिल प्लानिंग एडवाइस की डिमांड
ग्लोबल सर्टिफाइड फाइनेंशिल प्लानिंग प्रोफेशनल्स कम्युनिटी 5.1 फीसदी की दर से बढ़कर दिसंबर 2023 तक 2,23,770 तक पहुंच गई है। भारत की इस मामले में दुनिया में चौथी सबसे ऊंची ग्रोथ रेट है। जिन लोगों ने अभी तक कोई भी फाइनेंशियल प्लानिंग एडवाइज नहीं ली है, उनमें से 50 फीसदी से अधिक लोग अगले 3 साल में फाइनेंशियल प्लानिंग एडवाइज के इच्छुक होंगे। भारत में प्रोफेशनल फाइनेंशियल एडवाइस की मांग बढ़ रही है।