भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने शुक्रवार को अल्ट्राटेक सीमेंट के इंडिया सीमेंट में मैज्योरिटी स्टेक हासिल करने के 7,000 करोड़ रुपये से अधिक के सौदे को मंजूरी दे दी। नियामक ने अल्ट्राटेक से प्रस्तावित सौदे पर स्पष्टीकरण मांगने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसके दो सप्ताह से भी कम समय में यह मंजूरी दी गई। इस सौदे से अडानी समूह से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच अल्ट्राटेक सीमेंट को अपनी बाजार बढ़त को मजबूत करने में मदद मिलेगी। सीसीआई ने एक बयान में कहा,“प्रस्तावित लेनदेन में अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड द्वारा इंडिया सीमेंट लिमिटेड की 32.72 प्रतिशत चुकता इक्विटी शेयर पूंजी के अधिग्रहण करने का प्रस्ताव है।
प्रमोटर हिस्सेदारी का होगा अधिग्रहण
यह अधिग्रहण इंडिया सीमेंट और श्री शारदा लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रमोटर्स और प्रमोटर्स ग्रुप के सदस्यों से किया जाएगा।”इसके अलावा, निष्पक्ष व्यापार नियामक ने अल्ट्राटेक सीमेंट को खुली पेशकश के जरिए इंडिया सीमेंट्स की चुकता इक्विटी शेयर पूंजी का 26 प्रतिशत तक अधिग्रहण करने की भी मंजूरी दे दी है। प्रतिस्पर्धा नियामक ने कहा,“भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड द्वारा इंडिया सीमेंट लिमिटेड के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है।”
3,142.35 करोड़ रुपये का ओपन ऑफर भी आएगा
निष्पक्ष व्यापार नियामक को अगर लगता है कि किसी विलय या अधिग्रहण से भारत में बाजार प्रतिस्पर्धा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है, तो वह सीसीआई अधिनियम के तहत कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहता है। अल्ट्राटेक सीमेंट ने 28 जुलाई को 3,954 करोड़ रुपये के सौदे में प्रमोटर्स और उनके सहयोगियों से इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड में 32.72 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण की घोषणा की थी। इससे कंपनी को अत्यधिक प्रतिस्पर्धी और तेजी से बढ़ते दक्षिण भारतीय सीमेंट बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, अल्ट्राटेक ने शेयरधारकों से आईसीएल के 26 प्रतिशत शेयर हासिल करने के लिए 3,142.35 करोड़ रुपये की खुली पेशकश की भी घोषणा की है।