तेलंगाना सरकार ने गुरुवार को 5,644.24 करोड़ रुपये की लागत से फसल ऋण माफी का तीसरा और अंतिम चरण शुरू किया है। इससे 4.46 लाख से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा। कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी वादे के अनुसार, आठ जुलाई से तीन चरणों में दो लाख रुपये तक के ऋण माफ करने की प्रक्रिया शुरू की। पहले चरण में एक लाख रुपये तक के कृषि ऋण माफ किए गए। एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पहले चरण में 6,098.93 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिससे 11,50,193 किसानों को लाभ मिला।
दूसरे चरण में 6,190.01 करोड़ रुपये खर्च किए गए
दूसरे चरण में 6,190.01 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिससे 6,40,823 किसानों को मदद मिली। खम्मम जिले के व्यारा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने कहा कि फसल ऋण माफी लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा वर्ष 2022 में किए गए वादे के अनुसार लागू की जा रही है। रेड्डी ने इस दौरान विपक्षी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर भी निशाना साधा और बीआरएस विधायक टी हरीश राव को पद छोड़ने की चुनौती याद दिलाई। उन्होंने कहा कि राव अपना पद छोड़ दें, क्योंकि कांग्रेस सरकार ने दो लाख रुपये की फसल ऋण माफी का अपना वादा पूरा किया है। रेड्डी ने कहा कि हरीश राव ने चुनौती दी थी कि अगर कांग्रेस सरकार फसल ऋण माफी को लागू करती है तो वह विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे।
चुनाव में किया था वादा
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने पहले ही घोषणा की थी कि किसानों के 2 लाख रुपये तक के कर्ज को 15 अगस्त तक माफ कर दिया जाएगा। राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने इस कर्ज माफी का वादा किया था। इस वादे को अब वो पूरा कर रही है। रेड्डी ने सुझाव दिया है कि रयथु वेदिका योजना (Rythu Vedika) के तहत हो रही कर्ज माफी के दौरान राज्य के मंत्री और विधायक के साथ तमाम जन प्रतिनिध अलग-अलग इलाकों में किसानों को एकत्रित करें और उनके साथ इस खुशी में भागीदार बनें।