देश की सबसे बड़ी आईटी (आईटी) सर्विस प्रोवाइडर कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर कमर कस ली है। कंपनी ने अपने 3.5 लाख कर्मचारियों को जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जेन-एआई) का प्रशिक्षण दिया है। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
AI पर टीसीएस का फोकस
कंपनी ने जनवरी में घोषणा की थी कि 1.5 लाख कर्मचारियों को विभिन्न कौशल कार्यक्रमों में प्रशिक्षित किया गया है, जिसे भविष्य में कंपनी के लिए सबसे बड़ा अवसर कहा जाता है। कंपनी ने अब अपने जेनएआई में प्रशिक्षण वाले कर्मचारियों की संख्या आधे से अधिक तक पहुंचा दी है।
आधिकारिक बयान के अनुसार कि जेनएआई में मूलभूत कौशल पर प्रशिक्षित 3,50,000 से अधिक कर्मचारियों के साथ टीसीएस दुनिया में सबसे बड़े एआई में प्रशिक्षित कार्यबल में से एक बनाने के लिए तैयार है। कंपनी 2023 में क्लाउड और एआई अपनाने की ग्राहकों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए एआई और क्लाउड के लिए एक समर्पित इकाई बनाने वाली पहली प्रौद्योगिकी कंपनी बन गई थी।
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी
बता दें, टीसीएस का नाम दुनिया की बड़ी आईटी कंपनियों में लिया जाता है। मौजूदा समय में यह भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है। इसका मार्केट कैप 14 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की आय 2.25 लाख करोड़ रुपये रही थी। इस दौरान कंपनी को 42,303 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। वहीं, चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में कंपनी की सेल्स 60 हजार करोड़ रुपये की रही है। इस दौरान कंपनी को 11,097 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इसके अलावा कंपनी का शेयर गुरुवार (28मार्च) को 3,876 रुपये पर बंद हुआ था।