देश और दुनिया की जानी-मानी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने कहा है कि कंपनी नियुक्तियों में कटौती नहीं करने जा रही है। कंपनी प्रमुख के कृतिवासन ने मंगलवार को कहा कि उभरते मांग के ट्रेंड को देखते हुए नियुक्तियों में तेजी लानी पड़ सकती है। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वर्क फ्रॉम होम को बंद कर देना चाहिए। भाषा की खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को दफ्तर आकर ही काम करना चाहिए क्योंकि घर से काम करना व्यक्तिगत रूप से और संगठन दोनों के लिए आगे बढ़ने का सही तरीका नहीं है।
टीसीएस सबसे बड़ी भारतीय सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी
खबर के मुताबिक, कर्मचारियों की संख्या, रेवेन्यू और प्रॉफिट के मामले में टीसीएस सबसे बड़ी भारतीय सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी है। कंपनी प्रमुख का यह बयान उस रिपोर्ट के बीच आया है जिसमें कहा गया है कि सॉफ्टवेयर उद्योग अपने प्रमुख बाजारों से मांग कम होने के कारण नियुक्तियों में नरमी बरत रहा है और उनमें से कुछ तो कैंपस में छात्रों को किए गए ऑफर से भी पीछे हट रहे हैं। आईटी कंपनियों के शीर्ष निकाय नैसकॉम (नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज) ने पिछले सप्ताह कहा था कि उद्योग ने वित्त वर्ष 2023-24 में सिर्फ 60,000 नौकरियां दी। इससे कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 54.3 लाख हो गई।
कर्मचारियों की नियुक्ति जारी रखेंगे
टीसीएस के सीईओ के. कृतिवासन ने कहा कि अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेत हैं, इसलिए हमें अधिक काम के लिए और अधिक लोगों की जरूरत है। हम कर्मचारियों को उसी तरह से काम पर रखना जारी रखेंगे जैसे हम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संभवतः हमें नियुक्ति चरण को बदलना होगा, लेकिन निश्चित रूप से हमारी नियुक्ति योजनाओं में कोई कटौती नहीं होगी। टीसीएस में छह लाख से ज्यादा लोग कार्यरत हैं।
घर से काम करने पर उठाए सवाल
कृतिवासन ने यह भी कहा कि कंपनी सतर्क रुख अपनाए हुए है लेकिन साथ ही मध्यम से लंबी अवदि में आशावादी भी बनी हुई है। कर्मचारियों के दफ्तर से काम करने के लिए कंपनी के दबाव के बारे में, टीसीएस प्रमुख ने कहा कि सहकर्मियों और वरिष्ठों को काम पर देखकर महत्वपूर्ण सीख मिलती है और अगर लोग घर से काम करते हैं तो ऐसे सबक नहीं सिखाए जा सकते हैं। उनका कहना है कि घर से काम करना/हाइब्रिड मॉडल व्यक्तिगत रूप से और संगठनों दोनों के लिए आगे बढ़ने का सही तरीका नहीं है। एक संगठन के रूप में, हम सहयोग और सौहार्द को महत्व देते हैं और इसे जूम कॉल या दूसरे ऑनलाइन माध्यम से हासिल नहीं किया जा सकता है।