Tata Motors के शेयरधारकों के लिए खुशखबरी है। कंपने अपने कार और ट्रक बिजनेस को अलग-अलग करने का ऐलान किया है। कंपनी की ओर से बिजनेस के डिमर्जर को लेकर कहा गया कि इस कदम से जवाबदेही बढ़ेगी। साथ ही दोनों कंपनियां मजबूत ग्रोथ दर्ज करा सकेंगी। कंपनी की ओर से की गई एक्सचेंज फाइलिंग में कहा गया कि ये डिमर्जर एसीएलटी के नियमों के मुताबिक ही किया जाएगा।
शेयरधारकों के लिए क्रिएट होगी वैल्यू
टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि इस डिमर्जर के होने से बाजार में आने वाले अवसरों को हम ज्यादा तेजी और फोकस के साथ भुना पाएंगे। इसका परिणाम होगा कि ग्राहकों का अनुभव बेहतर होगा और कर्मचारियों के लिए ज्यादा ग्रोथ के मौके रहेंगे और शेयरधारकों के लिए वैल्यू भी क्रिएट होगी।
टाटा मोटर्स की ओर से कहा गया कि कंपनी कमर्शियल वाहनों, पैसेंजर वाहनों और जेगुआर लैंड रोवर वाहनों के लिए अलग-अलग रणनीति बनाकर काम कर रही है। 2021 से ही सभी कंपनियों के अलग-अलग सीईओ हैं। कंपनी के डिमर्जर के प्रस्ताव को आने वाले समय में बोर्ड के सामने लगा जाएगा। इसका कमर्चारी, ग्राहकों और बिजनेस पार्टनर पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा।
कंपनी की आय
वित्त वर्ष 2022-23 के परिणामों के मुताबिक, कंपनी को पैसेंजर वाहनों से 2.70 लाख करोड़ रुपये की आय हुई थी, जबकि 70,816 करोड़ रुपये की आय कमर्शियल वाहनों से हुई थी। फरवरी के ऑटो सेल्स के मुताबिक, कंपनी ने 51,321 पैसेंजर वाहन और 35,085 कमर्शियल वाहनों की बिक्री की थी।
टाटा मोटर्स का शेयर
टाटा मोटर्स का शेयर 0.05 प्रतिशत की बढ़त के साथ 988 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ है। पिछले छह महीने में कंपनी का शेयर 61 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है। बीते एक वर्ष में कंपनी ने 124 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।