Highlights
- एयर इंडिया ने कर्मचारियों के वेतन में की जा रही कटौती को खत्म कर दिया है
- अब कंपनी के कर्मचारियों को सितंबर महीने से पूरी सैलरी मिलेगी
- एयर इंडिया ने पायलटों के फ्लाइंग अलाउएंस में 35 % की कटौती कर दी थी
Air India: Tata Group के हाथों में आने के चलते असमंजस में रहे एयर इंडिया (Air India) के कर्मचारियों को एक अच्छी खबर मिली है। एयर इंडिया ने कर्मचारियों के वेतन में की जा रही कटौती को खत्म कर दिया है। अब कंपनी के कर्मचारियों को सितंबर महीने से पूरी सैलरी मिलेगी।
सितंबर से आएगी पूरी सैलरी
Air India ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से कर्मचारियों के वेतन में जो कटौती की जा रही थी वह अब एक सितंबर से बंद कर दी जाएगी। इससे एयरलाइन के कर्मचारियों को महामारी से पहले तक जो वेतन मिलता था अब वही वेतन उन्हें एक सितंबर से मिलने लगेगा।
क्या कहा कंपनी ने
सुधर रहा एयरलाइन का प्रदर्शन कंपनी ने कहा कि कोविड के बाद एविएशन सेक्टर में कुछ बदलावों के साथ हमारा प्रदर्शन आगे बढ़ रहा है। हमें आपको बताते हुए ये खुशी हो रही है कि आपके वेतन में हुई कटौती की समीक्षा की गई है। अब प्री-कोविड लेवल की सैलरी फिर से बहाल होगी। एयर इंडिया ने पायलटों के फ्लाइंग अलाउएंस में महामारी के पहले की तुलना में 35 फीसदी की कटौती कर दी थी। अप्रैल में इस कटौती को घटाकर 15 फीसदी कर दिया गया था। इसके अलावा अन्य अलाउएंसेज में की गई कटौती में भी कमी लाई गई थी।
अलाउंस और फूड में भी बदलाव
टाटा समूह ने इस वर्ष जनवरी में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया। एयरलाइन ने एक सितंबर से क्रू सदस्यों के भत्तों और भोजन व्यवस्था में संशोधन करने का भी निर्णय किया है। एयर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक कैम्पबेल विल्सन ने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा कि एयरलाइन सभी कर्मचारियों के वेतन में की जा रही कटौती एक सितंबर 2022 से बंद कर देगी। उन्होंने कहा कि लाभप्रदता के लिए एयरलाइन को अभी बहुत कुछ करना होगा। कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित एयरलाइन उद्योग को लागत कम करने के लिए वेतन कटौती समेत कई कदम उठाने पड़े थे।
एयर इंडिया ने अप्रैल में लिया था फैसला
कोरोना महामारी के दौरान इंडियन एविएशन सेक्टर बुरी तरह से प्रभावित हुआ था। इसलिए लगभग सभी एयरलाइंल ने अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती की थी। हालांकि, एयर इंडिया ने अप्रैल महीने से ही अपने कर्मचारियों के वेतन को चरणबद्ध तरीके से प्री-कोविड के लेवल के स्तर जितना करना शुरू कर दिया था। क्योंकि कोविड के मामलों में आई कमी के बाद देश में एविएशन सेक्टर के कारोबार में सुधार होना शुरू हो गया था।