फ्रांस की विमान निर्माता कंपनी एयरबस के हवाई जहाजों में जल्द ही भारत में निर्मित दरवाजे दिखाई देंगे। एयरबस ने A320neo विमान परिवार के कार्गाे और बल्क कार्गाे दरवाजों के निर्माण के लिए टाटा एडवांस सिस्टम यानि टीएएसएल के साथ करार किया है।
कंपनी के बयान में कहा गया है कि सिंगल कॉरिडोर वाले विमान बाजार में एयरबस की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने और ए320 प्रोग्राम में तेजी लाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
टीएएसएल अत्याधुनिक रोबोटिक्स और ऑटोमेशन तकनीक का उपयोग करके हैदराबाद में स्थापित की गई नई इकाई में इन दरवाजों का उत्पादन करेगा। प्रत्येक शिपसेट में दो कार्गाे दरवाजे और एक बल्क कार्गाे दरवाजे शामिल होंगे। हैदराबाद में एयरबस और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए।
एयरबस वर्तमान में 100 से अधिक भारतीय आपूर्तिकर्ताओं से प्रति वर्ष 735 मिलियन अमरीकी डालर के कंपोनेंट और सेवाओं की खरीद करता है। प्रत्येक एयरबस वाणिज्यिक विमान और प्रत्येक एयरबस हेलीकॉप्टर में भारत में डिजाइन और निर्मित की गई महत्वपूर्ण तकनीकें और प्रणालियां शामिल हैं।
इसके अलावा, एयरबस गुजरात में टीएएसएल के साथ सी 295 सैन्य विमान फाइनल असेंबली लाइन (एफएएल) का निर्माण करेगा। एयरबस ने कहा कि कार्यक्रम मूल्य श्रृंखला में अत्याधुनिक डिजाइन, घटक निर्माण, विमान असेंबली और सेवा क्षमताओं की क्षमता को अनलॉक करेगा।
एयरबस ने कहा कि भारत में लगभग 10,000 नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। 2025 तक यह संख्या बढ़कर लगभग 15,000 हो सकती है। इसके अलावा, सी 295 सैन्य विमान कार्यक्रम 10 वर्षों में 25,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन करेगा।