फूड डिलीवरी ऐप स्विगी, प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) लाने की तैयारी कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार, कंपनी इस साल के अंत में अपना आईपीओ ला सकती है। इससे पहले कंपनी फंडिंग जुटाने की तैयारी शुरू कर रही है। कंपनी ने हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (HNI) को अपने मौजूदा मूल्यांकन से 20 प्रतिशत कम कीमत पर अपने शेयर खरीदने की पेशकश कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार, स्विगी के नियुक्त वित्तीय सलाहकार प्रत्येक शेयर की कीमत ₹350 लगा रहे हैं, जिससे कंपनी का मार्केट कैप ₹80,000 करोड़ होगा।
इतना आंका गया है कंपनी का मार्केट कैप
इससे पहले, नियामक फाइलिंग के अनुसार, यूएस-आधारित परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी (एएमसी) इनवेस्को ने अपने प्रत्याशित आईपीओ से पहले स्विगी का मूल्यांकन 19 प्रतिशत बढ़ाकर 12.7 बिलियन डॉलर कर दिया है। इनवेस्को ने जनवरी 2022 में फूड डिलीवरी स्टार्टअप के लिए 700 मिलियन डॉलर के फंडिंग राउंड का नेतृत्व किया था, जिसका मूल्य 10.7 बिलियन डॉलर था। इसके बाद, कंपनी के एक निवेशक बैरन कैपिटल ने मार्च 2024 तक स्विगी का उचित मूल्य 12.2 बिलियन डॉलर आंका, जिससे आईपीओ के लिए तैयारी कर रहे स्टार्टअप को एक महत्वपूर्ण बढ़ावा मिला।
जोमैटो के बाराबार मार्केट कैप लाने की योजना
कंपनी को निवेशकों से मिलते सपोर्ट के कारण स्विगी का मूल्यांकन को उसके प्रतिद्वंद्वी जोमैटो के करीब ला रहा है। बुधवार, 10 अप्रैल को NSE पर Zomato के शेयर ₹197.30 पर बंद हुए। इंट्राडे ट्रेडिंग में, यह ₹199.60 की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया, जो लगभग ₹200 की मनोवैज्ञानिक सीमा को छू गया। कंपनी के एक आंतरिक दस्तावेज़ के अनुसार, स्विगी को दिसंबर 2023 में समाप्त होने वाले नौ महीनों के दौरान $200 मिलियन का घाटा हुआ। दस्तावेज़ से यह भी पता चलता है कि पूरे वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए, स्विगी ने ₹41.8 बिलियन ($500 मिलियन) का घाटा दर्ज किया। हालांकि, कंपनी को कम वेतन भुगतान और कम विपणन खर्च के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए घाटे को कम करने का अनुमान है।