Highlights
- चूल्हे को रसोई घर में रखकर उपयोग में लाया जा सकता है
- इसे पारंपरिक ईंधन के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है
- सूर्य नूतन से तीन टाइम का खाना आसानी से बनाया जा सकता है
Surya Nutan: रसोई गैस की महंगाई से तो हर कोई आहत है। महीने के पहले दिन हर आम आदमी सहमा रहता है, क्योंकि उसे गैस की कीमतों के बढ़ने का डर होता है। लेकिन अब इस महंगाई का तोड़ खुद देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी लेकर आई है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने घर के अंदर इस्तेमाल किया जाने वाला सौर चूल्हा पेश किया। यह सौर चूल्हा घर के बाहर लगे पैनल से सोलर एनर्जी स्टोर कर लेता है, जिससे आप बिना धूप में बैठे दिन के तीन वक्त फ्री में खाना पका सकते हैं।
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस चूल्हे के बारे में बताया कि सौर ऊर्जा से चलने वाले इस चूल्हे को रसोई घर में रखकर उपयोग में लाया जा सकता है। इस चूल्हे को खरीदने की लागत के अलावा रखरखाव पर कोई खर्च नहीं है और इसे पारंपरिक ईंधन के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। हरदीप पुरी ने बुधवार को अपने आधिकारिक आवास पर एक कार्यक्रम आयोजित किया जहां इस सौर चूल्हे पर पका खाना परोसा गया।
चूल्हे का नाम सूर्य नूतन
आईओसी के निदेशक (आरएंडडी) एस एस वी रामकुमार ने कहा कि इस चूल्हे को ‘सूर्य नूतन’ नाम दिया गया है। यह चूल्हा सौर कुकर से अलग है, क्योंकि इसे धूप में नहीं रखना पड़ता है। इस सूर्य नूतन से चार लोगों वाले परिवार के लिए तीन टाइम का खाना आसानी से बनाया जा सकता है। सूर्य नूतन को फरीदाबाद में आईओसी के अनुसंधान और विकास विभाग ने विकसित किया है, जो छत पर रखे पीवी पैनल के जरिए प्राप्त सौर ऊर्जा से चलता है।
कैसे काम करता है सूर्य नूतन
इंडियन आयल ने बताया कि यह सूर्य नूतन चूल्हा एक केबल से कनेक्ट होता है। यह केबल छत पर लगी हुई सोलर प्लेट से जुड़ी होती है। सोलर प्लेट से जो ऊर्जा पैदा होती है, वह केबल के जरिए चूल्हे तक पहुंचती है। इस ऊर्जा से ही सूर्य नूतन चलता है। सोलर प्लेट सौर ऊर्जा को पहले थर्मल बैटरी में स्टोर करती है। इस ऊर्जा से रात में भी खाना बनाया जा सकता है।
क्या है सूर्य नूतन की कीमत
फिलहाल सूर्य नूतन का आरंभिक मॉडल पेश किया गया है। इसका व्यवसायिक मॉडल अभी आना है। शुरुआती दौर में इसे देशभर में 60 जगहों पर आजमाया गया है। इस चूल्हे की लाइफ 10 साल है। आने वाले समय में इस चूल्हे की कमर्शियल लॉन्चिंग होगी। कंपनी के अनुसार सूर्य नूतन की कीमत 18,000 रुपये से 30,000 रुपये के बीच होगी। इस पर सरकारी सब्सिडी भी दी जाएगी। जिससे इसकी कीमत 10,000 रुपये से 12,000 रुपये के बीच आ सकती है। यानी आप एक साल में एलपीजी गैस सिलेंडर पर जितना खर्च करेंगे, उससे कम कीमत में यह आपका हो जाएगा।