Adani-Hindenburg केस को लेकर सुप्रीम कोर्ट बुधवार (3 जनवरी) को अपना फैसला सुना सकता है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से पिछले वर्ष नवंबर में इस मामले पर अपना फैसला रिजर्व रख लिया था। बता दें, जनवरी 2023 में अमेरिकी शॉर्ट सेल फर्म हिंडनबर्ग की ओर से अडानी ग्रुप की कंपनियों कथित गड़बड़ी का आरोप लगाया गया था, जिसके बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी। इस गिरावट के साथ ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की संपत्ति 60 अरब डॉलर कम हो गई थी।
मार्च 2023 में सुप्रीम कोर्ट की ओर से बाजार नियामक सेबी को आदेश दिया गया था कि हिंडनबर्ग द्वारा अडानी ग्रुप पर लगाए आरोपों की जांच की जाए। कोर्ट द्वारा छह सदस्यों की एक्सपर्ट कमेटी भी बनाई गई थी। इसकी अध्यक्षता पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति एएम सप्रे को सौंपी गई थी।
अडानी ग्रुप ने डेट मार्केट से जुटाया कैपिटल
हिंडनबर्ग की ओर से लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया गया था। इसके साथ पैसे जुटाने की अपनी स्ट्रेटेजी को भी बदला था। 2023 में अडानी ग्रुप ने 41,500 करोड़ रुपये इक्विटी के जरिए जुटाए हैं और वहीं, इससे दोगुनी राशि डेट मार्केट से जुटाई है।
ग्रुप की ओर से अगले दशक में इन्फ्रा कारोबार के विस्तार की योजना बनाई गई है और इसके लिए 7 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत खर्च की भी योजना सरकार की ओर से बनाई गई है। ग्रुप का कारोबार पोर्ट, एयरपोर्ट, पावर के साथ इन्फ्रा सेक्टर में फैला हुआ है। मौजूदा समय में ग्रुप की 80 प्रतिशत फंडिंग डेट मार्केट से आ रही है। मौजूदा समय में गौतम अडानी की संपत्ति 84.3 अरब डॉलर है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कारण आज के कारोबारी सत्र में अडानी ग्रुप के शेयरों में उठापठक देखने को मिल सकती है। अडानी ग्रुप की करीब 10 कंपनियां शेयर मार्केट में लिस्टेड हैं।