देश के सात प्रमुख शहरों में पिछले साल घरों का निर्माण आठ प्रतिशत बढ़कर 4.35 लाख इकाई पर पहुंच गया है। रियल एस्टेट परामर्शक कंपनी एनारॉक ने कहा कि बेहतर बिक्री से रियल एस्टेट कंपनियों के नकदी प्रवाह में सुधार हुआ है। एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में 4,35,045 घरों का निर्माण पूरा हुआ, जबकि 2022 में 4.02 लाख घर बनाए गए थे। आंकड़ों के अनुसार, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में पिछले साल 13 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1,43,500 घरों का निर्माण पूरा हुआ, जबकि 2022 में यह आंकड़ा 1,26,720 इकाई का रहा था।
नए घरों की मांग बनी रहेगी
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र-दिल्ली (एनसीआर) में पिछले साल 32 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1,14,280 घरों का निर्माण पूरा हुआ, जबकि 2022 में 86,300 घरों का निर्माण हुआ था। एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘‘साल 2023 में आवास बिक्री 2022 के पिछले उच्चस्तर को पार कर गई है। यह 2024 में भी मजबूत बनी रहेगी।’’ पुणे में पिछले साल 23 प्रतिशत गिरावट के साथ 65,000 घरों का निर्माण पूरा हुआ, जबकि 2022 में 84,200 घर बनाए गए थे। बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई में संयुक्त रूप से पिछले साल 87,190 घरों का निर्माण पूरा हुआ, जबकि 2022 में यह आंकड़ा 81,580 इकाई का था। कोलकाता में पिछले साल 25,075 घरों का निर्माण पूरा हुआ, जबकि 2022 में 23,190 घरों का निर्माण हुआ था।
एनारॉक ने कहा कि घरों के निर्माण का यह आंकड़ा 2017 के बाद सबसे ऊंचा है। साल 2017 में 2,04,200 घरों, 2018 में 2,46,140 घरों, 2019 में 2,98,450 घरों, 2020 में 2,14,370 घरों, 2021 में 2,78,650 घरों का निर्माण पूरा हुआ था।
रियल्टी धारणा सूचकांक चढ़ा
रियल एस्टेट कंपनियां और वित्तीय संस्थानों को अगले छह महीनों के दौरान संपत्ति बाजार में तेजी बने रहने की उम्मीद है। नाइट फ्रैंक और नारेडको की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय धारणा सूचकांक आशावादी क्षेत्र में बना हुआ है, और यह 2023 की तीसरी तिमाही में 59 से बढ़कर चौथी तिमाही में 69 अंक पर पहुंच गया। धारणा सूचकांक डेवलपर्स, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों जैसे आपूर्ति पक्ष के हितधारकों के बीच किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है। इस सूचकांक में 50 से अधिक अंक आशावाद को दर्शाता है, जबकि इससे कम अंक निराशा का संकेत देता है। वहीं इसके 50 पर होने का मतलब ‘तटस्थ’ रुख से होता है।