Highlights
- अभी सिंगल यूज प्लास्टिक का कोई विकल्प नहीं
- प्रतिबंध से व्यापार और उद्योग को होगा नुकसान
- 98% बहुराष्ट्रीय कंपनियां सिंगल यूज प्लास्टिक का करती हैं इस्तेमाल
सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध को टालने के लिए अब सरकार के सामने घरेलू व्यापारियों के संगठन कैट ने अनुरोध किया है। संगठन का कहना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक का अभी कोई विकल्प नहीं है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध 1 जुलाई 2022 से लागू होगा। अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (कैट) ने कहा कि ‘‘यह एक व्यावहारिक कदम है और पर्यावरण की रक्षा के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन विकल्पों के अभाव में, यह कदम घरेलू व्यापार और वाणिज्य के लिए एक बुरा सपना साबित हो सकता है।’’ साथ में यह भी कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के बदले में विकल्प उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त तैयारी नहीं की गई है।’’
सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन व्यापार और उद्योग के लिए नुकसानदायक
उद्योग संगठन ने कहा कि पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक के बड़े पैमाने पर उपयोग को देखते हुए इस पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाना व्यापार और उद्योग के लिए बहुत ही नुकसानदायक साबित होगा। कैट ने कहा कि इसके विकल्प के अभाव को देखते हुए प्रतिबंध को उचित समय के लिए टाला जा सकता है। संगठन ने आरोप लगाया कि सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल 98% बहुराष्ट्रीय कंपनियां, ई-कॉमर्स कंपनियां और भंडारण केंद्र करते हैं।