भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि 12 जनवरी को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.63 अरब डॉलर बढ़कर 618.94 अरब डॉलर हो गया। इससे एक सप्ताह पहले विदेशी मुद्रा का कुल भंडार 5.89 अरब डॉलर की भारी गिरावट के साथ 617.3 अरब डॉलर पर आ गया था। देश का विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर, 2021 में 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन पिछले साल वैश्विक घटनाक्रम के बीच रुपये को संभालने के लिए रिजर्व बैंक को इस भंडार के एक हिस्से का इस्तेमाल करना पड़ा था। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 12 जनवरी को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 1.86 अरब डॉलर बढ़कर 548.51 अरब डॉलर हो गई।
सोने का भंडार 24.2 करोड़ डॉलर घटा
डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है। आरबीआई ने कहा कि आलोच्य सप्ताह में सोने का भंडार 24.2 करोड़ डॉलर घटकर 47.25 अरब डॉलर रह गया। इस दौरान विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 1.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.31 अरब डॉलर हो गया। समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के पास भारत की आरक्षित जमा 60 लाख डॉलर बढ़कर 4.872 अरब डॉलर हो गई।
2021 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था
उल्लेखनीय है कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार अक्टूबर, 2021 में 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था। पिछले साल से वैश्विक गतिविधियों के कारण उत्पन्न दबाव के बीच केंद्रीय बैंक ने पूंजी भंडार का उपयोग बाजार में जरूरी हस्तक्षेप के लिए किया। इससे मुद्राभंडार प्रभावित हुआ।