शेयर बाजार में शुक्रवार को गिरावट रही। कारोबार समाप्त होने से पहले बैंक, आईटी और ऊर्जा शेयरों में बिकवाली से बीएसई सेंसेक्स शुरूआती बढ़त को गंवाते हुए 460.19 अंक टूटकर बंद हुआ। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स मजबूत शुरूआत के बावजूद अंत में 460.19 अंक यानी 0.80 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,060.87 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ऊंचे में 57,975.48 और नीचे में 56,902.30 अंक तक गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 142.50 अंक यानी 0.83 प्रतिशत टूटकर 17,102.55 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स शेयरों में एक्सिस बैंक 6.57 की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में रहा। बैंक का शुद्ध लाभ 31 मार्च, 2022 को समाप्त तिमाही में 49.77 प्रतिशत बढ़ा है। इसके अलावा, एनटीपीसी (3.82 प्रतिशत), पावर ग्रिड (3.42 प्रतिशत), विप्रो (2.59 प्रतिशत), टाइटन (2.19 प्रतिशत), भारतीय स्टेट बैंक (2 प्रतिशत), रिलायंस इंडस्ट्रीज (1.01 प्रतिशत) तथा टीसीएस और इन्फोसिस में एक-एक प्रतिशत की गिरावट रही। इसके उलट, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, सन फार्मा, टाटा स्टील और डा.रेड्डीज समेत अन्य शेयर लाभ में रहे। रेलिगेयर ब्रोकिंग लि.के उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा, ‘‘बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है और करीब एक प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ।
रूस-यूक्रेन युद्ध तेज होने की खबरों से दोपहर कारोबार के बाद बाजार का रुख एकदम से बदल गया। बिकवाली दबाव चौतरफा रहा। बैंक, वाहन और ऊर्जा में सर्वाधिक गिरावट आई। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘गिरावट निवेशकों के लिहाज से अच्छी है। वे विनिर्माण तथा पूंजीगत सामान जैसे सुरक्षित माने जाने वाले और घरेलू वृद्धि से जुड़े शेयरों को खरीद सकते हैं। अगले सप्ताह कम कारोबारी दिवस और एलआईसी के आईपीओ आने से पहले घरेलू बाजार में निवेशकों ने अपना निवेश कम किया।’’
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, चीन के शंघाई कंपोजिट सूचकांक और दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में तेजी रही दोपहर के कारोबार में यूरोप के प्रमुख बाजार भी बढ़त में रहे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.91 प्रतिशत की बढ़त के साथ 109.65 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने कई दिनों की बिकवाली के बाद लिवाली की है। एफआईआई ने बृहस्पतिवार को 743.22 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।