भारतीय शेयर बाजार (Share Market) में बजट के बाद शानदार तेजी देखने को मिली है। शुक्रवार को सेंसेक्स 1,292.92 अंक बढ़कर 81,332.72 और निफ्टी 428.75 अंक बढ़कर 24,834.85 पर बंद हुआ। यह लगातार आठवां हफ्ता था, जब बाजार तेजी के साथ बंद हुआ। 22 जनवरी, 2018 के बाद यह पहला मौका है जब बाजार में इतने लंबे समय तक तेजी जारी रही। साप्ताहिक आधार पर निफ्टी में टाटा मोटर्स 13 प्रतिशत, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस 10.6 प्रतिशत, सन फार्मा 9.3 प्रतिशत, एनटीपीसी 8.7 प्रतिशत, बीपीसीएल 8.2 प्रतिशत, टाइटन 7.2 प्रतिशत, एसबीआई लाइफ 6.3 प्रतिशत और सिप्ला 6 प्रतिशत की तेजी के साथ टॉप गेनर थे। इस दौरान निफ्टी के किसी भी शेयर ने नकारात्मक रिटर्न नहीं दिया है। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि यह तेजी आगे भी जारी रह सकती है। निफ्टी लंबे समय से 25 हजार को ब्रेक नहीं कर पा रहा है। इस सीरीज में यह हर्डल तोड़ सकता है।
क्यों बाजार में लौटी शानदार तेजी?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख, विनोद नायर ने कहा कि शेयर बाजार में यह उछाल उम्मीद से बेहतर अमेरिकी जीडीपी, वैश्विक मांग में सुधार, निवेशकों की गिरावट पर खरीदारी की रणनीति और बैलेंस बजट के कारण आया। भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती बनी रहने की बात कही गई है। इसके साथ ही बजट में इंफ्रा को बूस्ट देने पर जोर दिया है। ये कारण बाजार में तेजी लेकर आए हैं।
निफ्टी फार्मा ने सबसे अधिक रिटर्न दिया
इंडेक्स के हिसाब से देखें तो पिछले हफ्ते निफ्टी फार्मा 5.77 प्रतिशत, निफ्टी मीडिया 5.74 प्रतिशत, निफ्टी ऑटो 5.16 प्रतिशत, निफ्टी एनर्जी 2.79 प्रतिशत और निफ्टी एफएमसीजी 2.69 प्रतिशत की बढ़त के साथ सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले सेक्टर हैं। वहीं, निफ्टी बैंक 1.86 प्रतिशत, निफ्टी रियल्टी 1.69 प्रतिशत, निफ्टी फाइनेंस 1.19 प्रतिशत और निफ्टी पीएसयू बैंक 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ टॉप लूजर्स थे।
निफ्टी ने नया ऑल टाइम हाई बनाया
शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया। इस दौरान निफ्टी ने 24,861 का नया ऑल टाइम हाई बनाया और सेंसेक्स अपने लाइफ-टाइम हाई के करीब आकर बंद हुआ। सेंसेक्स 1,292 अंक या 1.62 प्रतिशत की तेजी के साथ 81,332 और निफ्टी 428 अंक या 1.76 प्रतिशत की तेजी के साथ 24,834 पर बंद हुआ। बाजार के जानकारों का कहना है कि यूएस की अर्थव्यवस्था से अप्रैल से जून के बीच 2.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी है, जो कि पिछली तिमाही के आंकड़ों से दोगुनी है। इस कारण से ग्लोबल मांग में सुधार होने की संभावना है, जो कि बाजार के लिए सकारात्मक है। आगे बाजार की चाल तिमाही नतीजों पर निर्भर करेगी।
इनपुट: आईएएनएस