देश में स्टार्टअप ईकोसिस्टम तेजी से बढ़ रहा है। युवाओं में नौकरी मांगने की जगह नौकरी देने की ललक देखी जा रही है। इसके चलते न सिर्फ रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं, बल्कि देश में तेजी से नए एंटरप्रेन्योर (उद्यमियों) की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत हैं। देश में तेजी से बढ़ रहे उद्यमियों की संख्या का पता एमएसएमई मंत्रालय के डेटा से चला है। एमएसएमई मंत्रालय के पोर्टल पर रोजना करीब 30 हजार नए एंटरप्रेन्योर अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। फ्रैंचाइज इंडिया की ओर से आयोजित 19वें इंटरनेशलन फ्रैंचाइज एवं रिटेल एक्सपो में एमएसएमई मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती मर्सी एपाओ ने कहा कि बिजनेस ग्रोथ और इनोवेशन के लिए एक मजबूत ईकोसिस्टम बनाने के लिए सरकार द्वारा नए कार्यक्रमों, नीतियों और सहयोगात्मक प्रयासों पर लगातार जोर दिया जा रहा है। जिनके अच्छे परिणाम भी मिल रहे हैं। मंत्रालय के पोर्टल पर हर दिन 30,000 से अधिक बिजनेसेज रजिस्ट्रर्ड हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि मंत्रालय का लक्ष्य इस वर्ष के अंत तक 3 करोड़ से अधिक उद्यमियों का रजिस्ट्रेशन का काम पूरा करना है।
भारत में निवेश की तैयारी में 30 वैश्विक कंपनियां
फ्रैंचाइज इंडिया के एक्सपो में 30 इंटरनेशनल ब्रांड्स भी ने भी हिस्सा लिया, जो देश में अगले 5 साल में 500 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। एक्सपो में 50,000 से अधिक निवेशक विभिन्न तरह के बिजनेसेज में निवेश के लिए उपस्थित हुए , जिससे स्टार्टअप को बढ़ाने और अपने व्यवसाय के विस्तार में मदद मिलेगी। देश में तेजी से उभरते उद्यमियों को प्रदान की जा रही विभिन्न योजनाओं और सहायता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए मर्सी एपाओ ने कहा कि उद्यमी हमारी अर्थव्यवस्था का आधार हैं, और उनकी सफलता हमारे देश की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। सरकार उद्यमिता को बढ़ावा देने वाला एक बेहतर ईकोसिस्टम प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ है। ये ईकासिस्टम स्टार्टअप को सशक्त बनाता है, और रिटेल और एमएसएमई बिजनेसेज की ग्रोथ को अपना पूरा समर्थन प्रदान करता है। इसके साथ ही लगातार उचित नीतियों, मजबूत बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर और रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से, हम एक अनुकूल वातावरण बना रहे हैं जो इनोवेशन और बिजनेस करने के उपयुक्त वातावरण को बढ़ावा देता है और उद्यमियों की प्रतिभाओं व वास्तविक क्षमताओं को सामने लाता है।
वैश्विक बाजार उपलब्ध कराने पर जोर
उद्यमियों को विस्तृत जानकारी देते हुए मर्सी एपाओ ने कहा कि हमारे पास 790 से अधिक एग्जीबिशन हैं जहां सरकार वैश्विक बाजारों को समझने और निर्यात शुरू करने के लिए एमएसएमई को इंटरनेशनल कॉर्पोरेशंस स्कीम्स के तहत सहायता देती है। निर्यातकों को जून 2022 में लॉन्च की गई आईसी योजना के नए कम्पोनेंट यानि कैपेसिटी बिल्डिंग ऑफ फस्र्ट टाइम एक्सपोर्ट्र्स (सीबीएफटीई) से लाभ उठाना चाहिए। जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट (जेड) सर्टीफिकेशन स्कीम के तहत, हमारे पास 44,000 से अधिक रजिस्ट्रेशन हैं। हमारा लक्ष्य है सभी एमएसएमई को एक प्लेटफॉर्म पर लाने का है। सरकार और निजी क्षेत्र के संस्थानों के बीच सहयोग के महत्व पर बात करते हुए, फ्रैंचाइज इंडिया ग्रुप के चेयरमैन, गौरव मार्या ने कहा कि उद्यमियों और छोटे व्यवसायों को प्रोत्साहित करने में भारत सरकार का दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता सराहनीय है। एक सहायक और बेहतर ईकोसिस्टम का निर्माण स्टार्टअप और रिटेल एंटरप्राइजिज को प्रोत्साहित करता है, साथ ही आर्थिक विकास और रोजगार सृजन का मार्ग भी प्रशस्त करता है। इस सहयोगात्मक प्रयास से, हम महत्वाकांक्षी उद्यमियों के लिए अपार अवसर उपलब्ध करा सकते हैं और एक तेजी से आगे बढ़ते बिजनेस परिदृश्य को बना सकते हैं।