चौंक गए न! जी हां, लेकिन यह सच है। स्टारबक्स के नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ब्रायन निकोल अपने कैलिफोर्निया स्थित घर और सिएटल मुख्यालय के बीच निजी जेट से ऑफिस आना-जाना करेंगे। इससे कंपनी के टिकाऊ बने रहने की कोशिशों के बीच आलोचना भी हो रही है। हाल ही में नियुक्त स्टारबक्स सीईओ ब्रायन निकोल के कंपनी के मुख्यालय से काम करने के लिए सिएटल जाने की उम्मीद नहीं है। सीएनबीसी की खबर के मुताबिक, पिछले सप्ताह एसईसी फाइलिंग में खुलासा किए गए उनके ऑफर लेटर से पता चलता है कि निकोल को सप्ताह में तीन बार अपने कैलिफोर्निया स्थित घर और सिएटल कार्यालय के बीच आने-जाने के लिए कंपनी के जेट का इस्तेमाल करने की परमिशन होगी।
सालाना बेसिक सैलरी इतनी मिलेगी
खबर के मुताबिक, सीईओ को लेकर हुए इस खुलासे को जलवायु परिवर्तन के बारे में कॉर्पोरेट पाखंड का एक अनूठा उदाहरण माना जा रहा है। यह भी तब जब स्टारबक्स अपने स्टोर में सिंगल-यूज प्लास्टिक को कम करने के लिए ग्लोबल लेवल पर पेपर स्ट्रॉ को बढ़ावा दे रहा है। ऑफर लेटर से पता चलता है कि 50 साल के ब्रायन निकोल, को स्टारबक्स के सीईओ के रूप में $1.6 मिलियन की सालाना बेसिक सैलरी मिलेगी।
तीन दिन सिएटल कार्यालय से काम करना जरूरी
ऑफर लेटर में यह भी निर्दिष्ट किया गया है कि उन्हें कंपनी के सिएटल मुख्यालय में जाने की जरूरत नहीं होगी। उनसे अपने घर से आने-जाने और अपनी भूमिका को पूरा करने के लिए कोई भी जरूरी व्यावसायिक यात्रा करने की अपेक्षा की जाएगी। स्टारबक्स में अपने कार्यकाल के दौरान, ब्रायन निकोल को अपने गृह शहर और सिएटल में मुख्यालय के बीच यात्रा के लिए कंपनी के विमान तक एक्सेस हासिल होगी। सीएनबीसी से बात करने वाले कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक, निकोल को स्टारबक्स की हाइब्रिड वर्क पॉलिसी के मुताबिक, सप्ताह में कम से कम तीन दिन सिएटल कार्यालय से काम करना जरूरी है।
पहले भी कर चुके हैं ऐसी व्यवस्था
कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक, ब्रायन का मुख्य कार्यालय और उनका अधिकांश समय हमारे सिएटल सहायता केंद्र में या हमारे स्टोर, रोस्टरी, रोस्टिंग सुविधाओं और दुनिया भर के कार्यालयों में भागीदारों और ग्राहकों से मिलने में व्यतीत होगा। उनका शेड्यूल हाइब्रिड वर्क गाइडलाइंस और कार्यस्थल अपेक्षाओं से कहीं अधिक होगा जो हम सभी भागीदारों के लिए निर्धारित करते हैं। बता दें, इससे पहले भी ब्रायन ने चिपोटल के सीईओ के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान सफलतापूर्वक इसी तरह की व्यवस्था की थी। चिपोटल का मुख्यालय शुरू में उनकी पिछली नौकरी से सिर्फ़ 15 मिनट की ड्राइव दूर था।