नकदी संकट से जूझ रही भारत की एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट ने ऋण, इक्विटी और प्रोमोटरों द्वारा पूंजी निवेश से 3200 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। एयरलाइन कंपनी ने एक कॉरपोरेट प्रेजेंटेशन में ये शेयर की। स्पाइसजेट ने कहा कि इन पैसों का इस्तेमाल देनदारी के निपटान, फ्लीट के विस्तार और अन्य सामान्य कामकाज के लिए किया जाएगा। घरेलू एयरलाइन कंपनी ने प्रेजेंटेशन में कहा, ‘‘ स्पाइसजेट ने पात्र संस्थागत नियोजन (QIP) के जरिये 2500 करोड़ रुपये और वॉरंट तथा प्रोमोटर निवेश के माध्यम से 736 करोड़ रुपये जुटाने की योजना भी बनाई है।’’ हालांकि, प्रस्तावित योजना के लिए शेयरहोल्डरों की मंजूरी ली जानी बाकी है।
कंपनी ने पिछले साल की थी 2250 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा
स्पाइसजेट इस साल जनवरी में तरजीही मुद्दों के माध्यम से सिर्फ 1060 करोड़ रुपये जुटा सकी थी, जबकि पिछले साल दिसंबर में कंपनी ने 2250 करोड़ रुपये की फंडिंग की योजना की घोषणा की थी। एयरलाइन ने अपनी मौजूदा समस्या के लिए फ्लीट में कमी, विमानों का ग्राउंड होना, वर्किंग कैपिटल की उच्च लागत, बढ़ती हुई निश्चित लागत, एयरपोर्ट पर निश्चित किराया और वैधानिक बकाया जैसे कारकों को जिम्मेदार ठहराया।
74 से घटकर सिर्फ 28 रह गया स्पाइसजेट का फ्लीट साइज
प्रेजेंटेशन के अनुसार, साल 2019 में कंपनी के फ्लीट में कुल 74 एयरक्राफ्ट थे। जबकि साल 2024 में कंपनी का फ्लीट साइज 74 से घटकर सिर्फ 28 रह गया है। इतना ही नहीं, फंडिंग के मुद्दे के कारण 36 प्लेन ग्राउंड पर हैं। हालांकि, लाइव एयरक्राफ्ट फ्लीट ट्रैकिंग वेबसाइट planespotter.net के मुताबिक, 5 सितंबर तक स्पाइसजेट के सिर्फ 20 एयरक्राफ्ट ही सर्विस में थे जबकि 38 प्लेन ग्राउंड पर थे।
शुक्रवार को कंपनी के शेयरों में दर्ज की गई बड़ी गिरावट
बताते चलें कि शुक्रवार को बीएसई पर कंपनी के शेयरों का भाव 1.53 रुपये (2.43%) की गिरावट के साथ 61.46 रुपये के भाव पर बंद हुआ। स्पाइसजेट के शेयरों का 52 Week High 77.50 रुपये है, जबकि इसका 52 Week Low 34.00 रुपये है। बीएसई के डाटा के मुताबिक कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 4,877.21 करोड़ रुपये है।