भारतीय एविएशन उद्योग में मंगलवार से अमंगल जारी है। देश में विमानन सेवा दे रही एविएशन कंपनी गो फर्स्ट लगभग दीवालिया हो चुकी है। कंपनी ने आज से लेकर 5 मई तक अपनी सभी विमानन सेवाएं बंद करने का निर्णय लिया है। फिलहाल साफ नहीं है कि 5 मई के बाद भी कंपनी दोबारा खड़ी हो पाएगी कि नहीं। कंपनी के इस फैसले के चलते यात्री बेहाल हैं। एयर टिकट जहां पहले की वेकेशन टाइम पर आसमान पर थे, वहां इस संकट के चलते कीमतों में उफान आ गया है।
लेकिन एक कंपनी की आपदा दूसरी कंपनी के लिए अवसर बन गया है। संकट के इस दौर में मौके पर चौका मारा है घाटे में चल रही एक अन्य एयरलाइंस स्पाइसजेट ने। स्पाइसजेट ने गो फर्स्ट संकट के बीच फिलहाल जमीन पर लंगर डाले अपने 25 विमानों को फिर से उड़ान भरने का फैसला किया है। स्पाइसजेट के ये विमान आउट ऑफ सर्विस हैं।
फिलहाल स्पाइस जेट विमानों के रिवाइवल का खर्च सरकार के आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना से लेने की तैयारी में है। इसके लिए उसने पहले से ही लगभग 400 करोड़ रुपये सिक्योर कर लिए गए हैं। इन बंद पड़े विमानों को फिर से शुरू करने से एयरलाइन के राजस्व को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
गो फर्स्ट संकट के चलते बढ़ी फ्लाइट्स की मांग
गो फर्स्ट का ऑपरेशन बंद होने से यात्रियों के सामने संकअ आ गया है। यात्री इमरजेंसी में अन्य फ्लाइट्स में टिकट कराने के लिए दौड़ रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि स्पाइसजेट को अपनी यात्री संख्या बढ़ाने में मदद मिल सकती है। यदि गो फर्स्ट का संकट आने वाले समय में भी जारी रहता है तो गर्मी की छुट्टियांे और फेस्टिवल सीजन में स्पाइसजेट को अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है।
स्पाइसजेट के एमडी अजय सिंह ने एक बयान में कहा कि हम अपने जमीन पर खड़े विमानों को जल्द ही उड़ान भरने के लिए वापस ले आने की तैयारी में जोर-शोर से जुटे हैं। हम हर कदम सोच-समझ कर उठा रहे हैं। अजय सिंह ने कहा कि एयरलाइन को मिलने वाले अधिकांश ईसीएलजीएस फंडिंग का इस्तेमाल उसी मद में होगा। ऐसा होने से हम आने वाले पीक ट्रैवल सीजन को भुनाने और बनाने में इनका इस्तेमाल कर सकेंगे।