सस्ती विमानन सेवा प्रदाता स्पाइसजेट के शेयरधारकों ने अजय सिंह को एक बार फिर निदेशक बनाए जाने के प्रस्ताव पर सोमवार को मंजूरी दे दी। एयरलाइन की सालाना आमसभा में शेयरधारकों ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अंकेक्षित वित्तीय विवरणों को स्वीकार किए जाने की भी मंजूरी दी गई है।
नवंबर 2004 में स्पाइसजेट का निदेशक हो चुके हैं नियुक्त
स्पाइसजेट ने शेयर बाजार को दी गई सूचना में कहा कि शेयरधारकों ने अजय सिंह को फिर से एयरलाइन का निदेशक बनाने के प्रस्ताव को बहुमत से मंजूरी दी। वह अभी एयरलाइन के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक हैं। उन्हें पहली बार नवंबर 2004 में स्पाइसजेट का निदेशक नियुक्त किया गया था। उन्होंने अगस्त, 2010 में निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था। फिर मई, 2015 में उन्हें कंपनी का प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया था।
इन समस्याओं से निपटने की होगी चुनौती
स्पाइसजेट विमान के केबिन में धुएं की एक हालिया घटना के बाद, विमानन नियामक डीजीसीए ने एयरलाइन को निर्देश दिया है कि वह धातु और कार्बन सीट की उपस्थिति का पता लगाने के लिए प्रैट एंड व्हिटनी कनाडा को 14 परिचालन विमानों से युक्त पूरे क्यू400 बेड़े के इंजन तेल के नमूने भेजने को बोले हैं।
निरीक्षण करने का भी निर्देश
इसके अलावा, डीजीसीए ने स्पाइसजेट को ब्लीड-ऑफ वाल्व स्क्रीन का निरीक्षण करने का भी निर्देश दिया है। 12 अक्टूबर को केबिन में धुएं का पता चलने के बाद स्पाइसजेट की एक फ्लाइट हैदराबाद हवाईअड्डे पर आपात स्थिति लैंड हुई थी। हाल के दिनों में इसी तरह की एक घटना में पीडब्ल्यूसी 150 ए इंजन शामिल था, जिसने ओवरहाल के लिए मानक एयरो-सिंगापुर का दौरा किया था। स्पाइसजेट को निर्देश दिया गया था कि कोई भी इंजन मानक एयरो-सिंगापुर तक नहीं भेजा जाएगा। डीजीसीए के मुताबिक, इंजन तेल के नमूने वर्तमान में 30 दिनों के बजाय समय-समय पर हर 15 दिनों में लिए जाएं और धातु और कार्बन सील कणों की उपस्थिति का पता लगाने के लिए प्रैट एंड व्हिटनी कनाडा भेजे जाएं।