रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने छह जून से शुरू होने वाली 96,317 करोड़ रुपये की स्पेक्ट्रम नीलामी में बोली लगाने के लिए आवेदन जमा कर दिया है। इससे पहले 2022 में हुई पिछली नीलामी में अडाणी समूह की कंपनी का नाम आश्चर्यजनक रूप से बोली लगाने वालों में आया था। हालांकि, इस बार की नीलामी में कोई नया नाम नहीं है। एक आधिकारिक सूत्र ने सोमवार को बताया कि रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए आवेदन जमा किए हैं।
आठ स्पेक्ट्रम बैंड की नीलामी होगी
सरकार मोबाइल फोन सेवाओं के लिए लगभग 96,317 करोड़ रुपये के आधार मूल्य पर आठ स्पेक्ट्रम बैंड की नीलामी करेगी। 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1,800 मेगाहर्ट्ज, 2,100 मेगाहर्ट्ज, 2,300 मेगाहर्ट्ज, 2,500 मेगाहर्ट्ज, 3,300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में सभी उपलब्ध स्पेक्ट्रम नीलामी का हिस्सा हैं। आधार मूल्य पर कुल स्पेक्ट्रम का मूल्य 96,317 करोड़ रुपये है। स्पेक्ट्रम 20 साल के लिए आवंटित किया जाएगा और सफल बोलीदाताओं को 20 समान वार्षिक किस्तों में भुगतान करने की अनुमति दी जाएगी।
10 साल के बाद ‘सरेंडर’ करने का विकल्प होगा
दूरसंचार विभाग ने आगामी नीलामी के माध्यम से प्राप्त स्पेक्ट्रम को न्यूनतम 10 साल की अवधि के बाद ‘सरेंडर’ करने का विकल्प प्रदान किया है। विभाग 10 मई को आवेदकों का स्वामित्व विवरण प्रकाशित करेगा। आवेदन वापस लेने की अंतिम तिथि 17 मई है और बोलीदाताओं की अंतिम सूची 20 मई को घोषित की जाएगी।