मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनी वनप्लस को दक्षिण भारत संगठित खुदरा विक्रेता संघ (ओआरए) ने बुधवार को एक झटका दिया है। विक्रेताओं ने कहा कि वह अपने प्रतिष्ठानों में वनप्लस मोबाइल फोन की बिक्री 1 मई से रोक देगी। इसके पीछे कंपनी के साथ कथित तौर पर अनसुलझे विवाद बड़ी वजह है। भाषा की खबर के मुताबिक, वनप्लस टेक्नोलॉजी इंडिया के बिक्री निदेशक रणजीत सिंह को लिखे एक लेटर में ओआरए ने कहा कि पिछले साल के दौरान खुदरा विक्रेताओं के संगठन को वनप्लस प्रोडक्ट्स को बेचने से जुड़ी महत्वपूर्ण बाधाओं का सामना करना पड़ा है, जो अनसुलझे हैं।
खुदरा विक्रेता संघ ने इस कदम को बताया मजबूरी
खबर के मुताबिक, निकाय ने कहा कि कंपनी के साथ इन चिंताओं को दूर करने के हमारी लगातार कोशिशें के बावजूद, बहुत कम डेवलपमेंट या सॉल्यूशन हासिल हुई है। किए गए वादे पूरे नहीं हुए हैं, जिससे हमारे पास यह कठोर कदम उठाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। टिप्पणी के लिए वनप्लस के अधिकारियों से तुरंत संपर्क नहीं हो सका। ओआरए ने आरोप लगाया कि दूसरे मुद्दों के अलावा, खासकर बढ़ती परिचालन और वित्तीय लागत के बीच वनप्लस उत्पादों पर लगातार कम लाभ मार्जिन ने खुदरा विक्रेताओं के लिए अपने कारोबार को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
ओआरए के 23 सदस्य
भारत में संगठित खुदरा रिटेल्स के रजिस्टर्ड संघ ओआरए के 23 सदस्य हैं, जिनमें दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों में पूर्विका, संगीता, बिग सी और पूजा शामिल हैं। लेटर में, खुदरा विक्रेताओं ने कहा कि वनप्लस उत्पादों पर लगातार कम लाभ मार्जिन ने उनके व्यवसाय को, खासकर बढ़ती परिचालन और वित्तीय लागत के बीच बनाए रखना चुनौतीपूर्ण बना दिया है। खुदरा विक्रेताओं ने आरोप लगाया कि मॉडल-स्पेसिफिक बंडलिंग जरूरतों ने उन्हें गैर-चलती उत्पादों को ले जाने के लिए मजबूर कर दिया है, जिससे हमारे पहले से ही कम मार्जिन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है और हमारे व्यवसायों के लिए अस्थिर नुकसान हो रहा है।