कभी स्मार्टफोन का आयात करने वाला भारत आज इसके उलट दुनिया में प्रमुख स्मार्टफोन एक्सपोर्टर बन चुका है। स्मार्टफोन अब भारत से एक्सपोर्ट की जाने वाली चौथा सबसे बड़ा आइटम बन गया है। वित्त वर्ष 2024 में 42 प्रतिशत बढ़कर 15.6 बिलियन डॉलर हो गई है, जो पिछले वर्ष के में रैंकिंग में एक पायदान ऊपर है। बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक, भारत ने अप्रैल 2022 से स्मार्टफोन के लिए अलग से डेटा इकट्ठा करना शुरू कर दिया।
स्मार्टफोन ने मोटर गैसोलीन की जगह ले ली
खबर के मुताबिक, भारत की शीर्ष निर्यात वस्तुओं में पेट्रोलियम उत्पादों का वर्चस्व है, स्मार्टफोन ने मोटर गैसोलीन की जगह ले ली और वित्त वर्ष 2024 में चौथी सबसे बड़ी निर्यात की जाने वाली वस्तु बन गई। वाणिज्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, स्मार्टफोन एक्सपोर्ट में उछाल अमेरिका में शिपमेंट में 158 प्रतिशत की वृद्धि के चलते हुआ है, जो 5.6 बिलियन डॉलर था, इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात ($2.6 बिलियन), नीदरलैंड ($1.2 बिलियन) और यूके ($1.1 बिलियन) का स्थान रहा।
भारत में उत्पादित मोबाइल उपकरणों का मूल्य
भारतीय सेलुलर और इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के शुरुआती अनुमानों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024 में निर्यात और घरेलू दोनों बाजारों के लिए भारत में उत्पादित मोबाइल उपकरणों का मूल्य 4.1 ट्रिलियन रुपये ($49.16 बिलियन) तक बढ़ गया, जो कि साल-दर-साल कम से कम 17 प्रतिशत अधिक है, जो कि देश में अधिकांश मोबाइल प्लेयर्स का प्रतिनिधित्व करता है। स्मार्टफोन सरकार की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना की एक प्रमुख सफलता की कहानी रहे हैं, जिसने भारत को चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन विनिर्माण देश बनने में मदद की है।
एप्पल सबसे आगे
स्मार्टफोन निर्यात में एप्पल सबसे आगे रहा है, मोबाइल उपकरणों के निर्यात का मूल्य वित्त वर्ष 24 में 1.2 ट्रिलियन ($14.39 बिलियन) को पार कर जाने की उम्मीद है, जो वित्त वर्ष 23 में 90,000 करोड़ रुपये से 33 प्रतिशत अधिक है। ICEA के आंकड़ों के अनुसार, शुरुआती अनुमानों के आधार पर वित्त वर्ष 24 में निर्यात कुल उत्पादन मूल्य का लगभग 30 प्रतिशत था, जो वित्त वर्ष 2023 में 25 प्रतिशत था।