चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में आर्थिक गतिविधियों में गतिशीलता बरकार रही। लेकिन इसकी रफ्तार सुस्त पड़ती हुई नजर आई। एक सर्वे रिपोर्ट में यह आकलन पेश किया गया है। 'एनसीएईआर-एनएसई कारोबार उम्मीद सर्वे' के मुताबिक, लगातार दो तिमाहियों में सुधार आने के बाद वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में कारोबारी धारणा 134.3 पर आ गई, जो पहली तिमाही (149.8) के साथ पिछले साल की समान तिमाही (140.7) की तुलना में कम है। सर्वे रिपोर्ट कहती है, ‘‘कारोबार भरोसा सूचकांक (बीसीआई) के सभी चार घटकों ने चालू वित्त वर्ष की पहली और दूसरी तिमाही के बीच धारणा में मामूली नरमी का अनुभव किया। हालांकि सकारात्मक प्रतिक्रियाओं की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से काफी अधिक रही, जो निरंतर आर्थिक गतिशीलता को दर्शाता है।’’
कंपनियों को सुधार की थी उम्मीद
रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर तिमाही में 62.1 प्रतिशत कंपनियों को उम्मीद थी कि अगले छह महीनों में समग्र आर्थिक स्थिति सुधरेगी। जबकि 58 प्रतिशत कंपनियों को इसी अवधि में अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार होने की उम्मीद थी। आलोच्य अवधि में कंपनियों ने अपनी क्षमता का 96.3 प्रतिशत इस्तेमाल किया जो अनुकूलतम स्तर के करीब या अधिक है।
सर्वे में 493 कंपनियों ने लिया भाग
रिपोर्ट कहती है कि अंतिम रूप से तैयार उत्पादों के निर्यात के बारे में धारणाएं उत्साहजनक बनी हुई हैं। हालांकि अपेक्षाकृत कम संख्या में कंपनियों को उम्मीद है कि अगले छह महीनों में इसमें वृद्धि होगी। सितंबर 2024 में किए गए इस सर्वे में देश के सभी चार क्षेत्रों के छह शहरों की 493 कंपनियां शामिल हुईं।