चांदी की कीमत में आज 2200 रुपये प्रति किलोग्राम की बड़ी गिरावट आई। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का बनाने वाले इकाइयों की कमजोर मांग के कारण चांदी 2,200 रुपये लुढ़ककर 90,000 रुपये प्रति किलोग्राम रही। पिछले कारोबारी सत्र में यह 92,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। शादियों के चल रहे सीजन में चांदी की कीमत कम होने से आम लोगों को राहत मिलेगी। चांदी के गहने की लगात कम होगी।
चांदी वायदा कीमतों में भी गिरावट
कमजोर हाजिर मांग के बीच कारोबारियों द्वारा अपने सौदों का आकार घटाने से सोमवार को वायदा कारोबार में चांदी की कीमत 1,224 रुपये की गिरावट के साथ 89,985 रुपये प्रति किग्रा रह गया। मल्टी कमोडिटी एक्स्चेंज में चांदी के मार्च, 2025 महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 1,224 रुपये यानी 1.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 89,985 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया। इसमें 26,137 लॉट का कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि बाजार में मौजूदा स्तर पर प्रतिभागियों की बिकवाली से मुख्य रूप से चांदी की कीमतों में गिरावट आई। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में चांदी की कीमत 1.71 प्रतिशत की हानि के साथ 30.10 डॉलर प्रति औंस रह गयी।
2025 के लिए चांदी की कीमत का पूर्वानुमान
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेपी मॉर्गन के अनुसार, चीनी वस्तुओं पर संभावित अमेरिकी टैरिफ के कारण 2025 की शुरुआत में बेस मेटल्स के लिए निकट अवधि में मंदी आएगी, लेकिन मजबूत चीनी आर्थिक प्रोत्साहन और बेहतर मूल्यांकन के कारण साल के अंत में इसमें उछाल देखने को मिलेगा। जेपी मॉर्गन के मुताबिक 2025 के अंत तक चांदी की कीमत 38 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है।