Highlights
- दिल्ली में ऑड-ईवन पर आधारित प्रतिबंधों ने उपभोक्ताओं के बीच भ्रम
- ‘येलो एलर्ट’ के तहत रातोरात प्रतिबंध लगाने से कारोबार के लिए अनिश्चितता का माहौल
- भ्रम के कारण भीड़ बढ़ गई, जिससे ऐसे उपायों का मकसद ही असफल हो गया
नयी दिल्ली। खुदरा कारोबारियों के संगठन भारतीय खुदरा संघ (आरएआई) ने बुधवार को कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी पर काबू पाने के लिए दुकानों, रेस्टोरेंट और मॉल पर लगाए गए प्रतिबंध पक्षपातपूर्ण हैं।
आरएआई ने कहा कि इस तरह ‘येलो एलर्ट’ के तहत रातोरात प्रतिबंध लगाने से कारोबार के लिए अनिश्चितता का माहौल बन गया है, ऑड-ईवन पर आधारित प्रतिबंधों ने उपभोक्ताओं के बीच भ्रम को बढ़ाने का काम किया। खुदरा संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि भ्रम के कारण भीड़ बढ़ गई, जिससे ऐसे उपायों का मकसद ही असफल हो गया।
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को शहर में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ने पर ‘येलो’ अलर्ट जारी करते हुए ‘ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (जीआरएपी) के तहत कुछ पाबंदियां लगाई थीं। ‘येलो’ अलर्ट के तहत रात्रि कर्फ्यू लगाना, स्कूलों तथा कॉलेजों को बंद करना, गैर आवश्यक सामान की दुकानों को सम-विषम आधार पर खोलना और मेट्रो ट्रेनों तथा सार्वजनिक परिवहन की बसों में यात्रियों के बैठने की क्षमता आधी करने जैसे उपाय आते हैं।
‘येलो’ अलर्ट तब जारी किया जाता है जब कोविड संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक 0.5 प्रतिशत से अधिक रहती है। दिल्ली में पिछले दो दिनों से संक्रमण दर 0.5 प्रतिशत से अधिक है।