शिरडी साई इलेक्ट्रिकल्स ट्रांसफॉर्मर विनिर्माण क्षमता को बढ़ाने और एक कंडक्टर इकाई लगाने के लिए लगभग 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी यह योजना बढ़ती घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मांग को पूरा करने के मकसद को ध्यान में रखते हुए बना रही है। भाषा की खबर के मुताबिक, कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एन विश्वेश्वर रेड्डी ने कहा कि इस निवेश राशि का उपयोग वाईएसआर जिले (पूर्व में कडपा जिला) में कंडक्टर विनिर्माण इकाई स्थापित करने के लिए भी किया जाएगा।
ट्रांसफॉर्मर निर्माण की क्षमता बढ़ाएगी कंपनी
खबर के मुताबिक, रेड्डी ने कहा कि कंपनी अगले 8-12 महीनों में इन व्यावसायिक योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए आंतरिक संसाधनों का इस्तेमाल करेगी। उन्होंने कहा कि शिरडी साई इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (एसएसईएल) ट्रांसफॉर्मर निर्माण की अपनी सालाना क्षमता को 33,500 एमवीए से बढ़ाकर 53,000 एमवीए तक ले जाएगी। कडपा यूनिट की मौजूदा क्षमता 10,000 एमवीए है, जबकि उत्तर प्रदेश के नैनी में स्थित इकाई की क्षमता 20,000 एमवीए है।
भारत की सबसे बड़ी ट्रांसफॉर्मर निर्माता कंपनी
समूह की लिस्टेड यूनिट इंडो टेक ट्रांसफॉर्मर्स लिमिटेड की स्थापित क्षमता 3,500 एमवीए है। रेड्डी ने कहा कि कंपनी की योजना कडपा संयंत्र की क्षमता को 25,000 एमवीए तक बढ़ाने और चेन्नई के पास इंडो टेक ट्रांसफार्मर इकाई की क्षमता को 8,000 एमवीए तक बढ़ाने की है। वहीं नैनी संयंत्र में क्षमता उपयोग को 100 प्रतिशत तक बढ़ाने की योजना है।
उन्होंने कहा कि यह निवेश प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करेंगे और प्लांट्स के आसपास के क्षेत्रों के आर्थिक विकास में योगदान देंगे। साल 1994 में ट्रांसफॉर्मर मरम्मत करने वाली कंपनी के रूप में स्थापित एसएसईएल ग्रुप पिछले कुछ सालों में भारत की सबसे बड़ी ट्रांसफॉर्मर निर्माता कंपनी बन गई है। शिरडी साई इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (एसएसई) भारत में अग्रणी और सबसे बड़े डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर निर्माताओं और ईपीसी ठेकेदार में से एक है।