अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में गुरुवार को मिला-जुला रुख रहा। बीएसई पर समूह की 10 सूचीबद्ध कंपनियों में से छह के शेयर जहां बढ़त के साथ बंद हुए वहीं चार के शेयर नुकसान में रहे। अडाणी विल्मर के शेयर में पांच प्रतिशत, एनडीटीवी में 4.99 प्रतिशत, अडाणी पावर में 4.97 प्रतिशत, अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड में 1.45 प्रतिशत, अडाणी एंटरप्राइजेज में एक प्रतिशत और अंबुजा सीमेंट में 0.99 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। दूसरी तरफ, अडाणी टोटल गैस के शेयर में पांच प्रतिशत की गिरावट रही, जबकि अडाणी ट्रांसमिशन में 4.93 प्रतिशत का नुकसान देखा गया। अडाणी ग्रीन एनर्जी 0.69 प्रतिशत और एसीसी 0.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ।
शुरुआती कारोबार में थी अच्छी तेजी
एक दिन पहले समूह की अधिकांश कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए थे। गुरुवार को भी सुबह के सत्र में इनमें खासी तेजी देखी गई लेकिन सत्र आगे बढ़ने पर वे सुस्ती के शिकार हो गए। अमेरिकी निवेश शोध फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अडाणी समूह पर शेयरों के दाम गलत तरीके से बढ़ाने के आरोप लगने के बाद से इनमें भारी गिरावट देखी गई है। पिछले तीन सप्ताह में समूह की कंपनियों का बाजार मूल्यांकन 125 अरब डॉलर तक नीचे आ चुका है। हालांकि, अडाणी समूह ने धोखाधड़ी के आरोपों को गलत बताते हुए कहा है कि हिंडनबर्ग ने गलत मंशा से ये आधारहीन आरोप लगाए हैं।
एसएंडपी ने अडाणी ट्रांसमिशन को 'समीक्षा के तहत' रखा
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने गुरुवार को अडाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) के लिए अपने ईएसजी मूल्यांकन को 'समीक्षा के तहत' रखने की घोषणा की। गौरतलब है कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने अरबपति कारोबारी गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह में कॉरपोरेट प्रशासन से जुड़े मुद्दों को उठाया था। पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) मूल्यांकन की निगरानी करते समय एसएंडपी 'समीक्षा के तहत' शब्द का इस्तेमाल करती है। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने एक बयान में कहा, हम भारतीय नियामकों द्वारा किसी भी जांच और अडाणी समूह द्वारा किए गए किसी भी अतिरिक्त खुलासे सहित सभी घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी करेंगे। रेटिंग एजेंसी ने कहा, समूह के कामकाज और प्रकटीकरण से संबंधित आरोप फंड प्रदाताओं और एटीएल की वृद्धि को समर्थन देने वाले व्यापार भागीदारों को उदासीन बना सकते हैं। इससे कंपनी के लिए वित्तीय और परिचालन संबंधी जोखिम बढ़ सकते हैं।