Adani Group: आज का दिन निवेशकों के लिए ठीक नहीं रहा है। शेयर बाजार में आज जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। इस नुकसान के पीछे का एक बड़ा कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में आई गिरावट भी है। आज जिस तरह से समूह के शेयर में कमजोरी देखी गई। उससे आने वाले दिनों में और नुकसान की आशंका है। अडानी ग्रुप में आने वाली सभी 10 कंपनियों को आज भारी नुकसान हुआ है। अडाणी ग्रुप के शेयरों में आई गिरावट की वजह अमेरिका में चल रही जांच को बताया गया है। दरअसल, हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप पर जो आरोप लगाया था, उसकी जांच अब वहां के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने शुरू किया है।
क्या था आरोप?
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट 24 जनवरी को प्रकाशित हुई थी, जिसमें अडाणी समूह पर शेयरों के दाम बढ़ाने में हेराफेरी और फर्जी विदेशी कंपनियों का इस्तेमाल करने के गंभीर आरोप लगाए गए थे। हालांकि, अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा एवं आधारहीन बताते हुए उन्हें खारिज कर दिया था। भारत में इसकी जांच हुई। सुप्रीम कोर्ट ने समूह को क्लीन चिट दे दी थी। रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया था कि मौजूदा नियमों या कानूनों का प्रथम दृष्टया के स्तर पर अडानी ग्रुप की कंपनियों में किसी भी तरह से नियमों का उल्लंघन नहीं पाया गया है। उसके बाद से कंपनी के शेयर में तेजी देखने को मिली। आज फिर जब जांच की खबर आई तो शेयर टूट गए। बीएसई में अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 6.79 प्रतिशत, अडाणी ट्रांसमिशन का शेयर 6.38 प्रतिशत, अडाणी पावर का शेयर 5.61 प्रतिशत और अंबुजा सीमेंट का शेयर 4.19 प्रतिशत गिर गया। अडाणी पोर्ट्स का शेयर 4.16 प्रतिशत, एनडीटीवी का शेयर 3.46 प्रतिशत, एसीसी का शेयर 3.46 प्रतिशत, अडाणी विल्मर का शेयर 3.42 प्रतिशत, अडाणी टोटल गैस का शेयर 3.21 प्रतिशत और अडाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर 1.50 प्रतिशत गिर गया।
क्या सोमवार को भी जारी रहेगी बिकवाली?
अब सबसे बड़ा सवाल अडानी ग्रुप में निवेश करने वाले निवेशकों के मन में ये खड़ा हो रहा होगा कि आज अडानी ग्रुप का शेयर नुकसान में था। कुछ इस तरह की गिरावट हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आने के बाद भी दिखी थी। आज उसपर अमेरिका में जांच शुरू की गई है। क्या इसका असर ग्रुप के शेयर पर सोमवार को भी दिखेगा? इस सवाल का जवाब IIFL के Vice President अनुज गुप्ता देते हुए कहते हैं कि अडानी ग्रुप में आई गिरावट छणिक है। अडानी ग्रुप पर इसका लॉन्ग टाइम असर नहीं पड़ेगा। यह गिरावट बस हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर थोड़ी पूछताछ होने के चलते देखी गई है। यानि इसमें पैसा लगाने वाले निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है।