अडाणी ग्रुप की शेयर बाजार में सूचीबद्ध 10 में से 10 कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। बीएसई पर अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में 5.41 प्रतिशत की गिरावट आई, अडाणी ट्रांसमिशन में 4.77 प्रतिशत, अडाणी पावर में 4.23 प्रतिशत, अंबुजा सीमेंट्स में चार प्रतिशत और अडाणी पोर्ट्स में 3.70 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं, अडाणी ग्रीन एनर्जी के शेयर में 3.22 प्रतिशत, अडाणी विल्मर के 3.14 प्रतिशत, अडाणी टोटल गैस के तीन प्रतिशत, एनडीटीवी के तीन प्रतिशत और एसीसी में 2.23 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। आखिर क्या वजह है कि आज एक बार फिर से अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। आइए जानते हैं।
इस कारण ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में गिरावट
अडाणी समूह की बंदरगाह कंपनी से लेखा परीक्षक (ऑडिट) के तौर पर डेलॉयट के इस्तीफा देने के बाद सोमवार को समूह के शेयरों में गिरावट आई है। डेलॉयट ने इस्तीफा देने से पहले हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों की बाहर से स्वतंत्र जांच कराने की मांग की थी। अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने शेयर बाजार को भेजे 163 पृष्ठ की रिपोर्ट में डेलॉयट हास्किंस एंड सेल्स एलएलपी का इस्तीफा भेजा था। एपीएसईजेड के अनुसार, डेलॉयट के अधिकारियों ने बैठक में अडाणी समूह की अन्य सूचीबद्ध कंपनियों के लेखा परीक्षक (ऑडिटर) के रूप में व्यापक ऑडिट भूमिका की कमी पर चिंता व्यक्त की।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने धोखाधड़ी का आरोप लगाया था
हिंडनबर्ग रिसर्च ने जनवरी में अडाणी पर शेयरों की कीमतों में हेराफेरी करने और खातों में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। साथ ही अमेरिकी कंपनी ने फर्जी कंपनियों के जरिए धन के गुपु-चुप लेनदेन का भी आरोप लगाया था। डिलॉयट ने हाल ही में रिपोर्ट में उल्लेखित कुछ लेन-देन पर चिंता व्यक्ति की थी। हालांकि, अडाणी ग्रुप ने इस तरह के किसी भी आरोप को खारिज करते हुए कहा था कि ग्रुप पूरी पारदर्शिता के साथ कारोबार कर रहा है। वहीं दूसरी ओर सेबी ने भी अडाणी ग्रुप मामले में अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। इस हफ्ते या अगले हफ्ते किसी भी समय रिपोर्ट पेश की जा सकती है।