शापूरजी पलोनजी समूह ने मंगलवार को कहा कि पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (PFC) से मिले उसके ऋण में डबल प्रोटेक्शन स्ट्रक्चर है, जिसमें मिस्त्री परिवार के स्वामित्व वाले टाटा संस के शेयरों का एक हिस्सा भी शामिल है। पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (PFC) से मिले लोन ‘‘डिफॉल्ट से बचाव’’ बताने वाली खबरों का खंडन करते हुए एसपी समूह ने कहा कि उसकी रियल एस्टेट फ्रेंचाइजी से प्राप्त नकदी प्रवाह से ऋण का निर्धारित अवधि में पूरा भुगतान सुनिश्चित होगा। समूह ने एक बयान में कहा, हम भाग्यशाली हैं कि हमने पिछले नौ महीनों में पीएफसी के साथ मिलकर एक अनूठा प्रस्ताव तैयार किया है, जिसमें एसपी समूह की बड़ी रियल एस्टेट फ्रेंचाइजी की ताकत के साथ-साथ मिस्त्री परिवार के स्वामित्व वाले टाटा संस के शेयरों के एक हिस्से का लाभ उठाते हुए दोहरी सुरक्षा संरचना है।’’
15,000 करोड़ रुपये के लोन का मामला
इसमें कहा गया, ‘‘ इससे लोन मूल्य के छह गुना से अधिक सुरक्षा मूल्य मिलता है। रियल एस्टेट फ्रैंचाइजी से प्राप्त नकदी प्रवाह से ऋण का समय पर भुगतान सुनिश्चित होगा।’’ समूह ने दावा किया कि सम्पूर्ण प्रस्ताव को प्रतिष्ठित तृतीय पक्ष सलाहकारों द्वारा मान्य ठहराया गया है। एसपी समूह के अनुसार उसे 14 जून 2024 को पीएफसी बोर्ड की मंजूरी के बाद औपचारिक स्वीकृति पत्र प्राप्त हुआ था।
इंडिपेंडेंट डायरेक्टर ने सवाल उठाया था
सूत्रों के हवाले से कुछ खबरों में दावा किया गया था कि पीएफसी के स्वतंत्र निदेशकों ने एसपी समूह को हाल ही में दिए गए 15,000 करोड़ रुपये के ऋण पर सवाल उठाया है। डायरेक्टर का कहना था कि पीएफसी इंफ्रा बिजनेस को फाइनेंस नहीं करती है। तब यह लोन कैसे दे दिया गया? कंपनी एनर्जी सेक्टर में लोन देने का काम करती है।