नौकरी ढूंढ रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। देश में नौकरियों के मौके तेजी से बढ़े हैं। इसका प्रमाण सर्विस सेक्टर की पीएमआई से मिला है। आपको बता दें कि भारत में सेवा क्षेत्र की गतिविधियां (सर्विस सेक्टर ग्रोथ) अनुकूल आर्थिक परिस्थितियों और सकारात्मक मांग के दम पर जनवरी में छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई है। मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया भारत सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक जनवरी में 61.8 पुहंच गया। यह दिसंबर में 59 पर था। खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों में विस्तार से और 50 से कम अंक का आशय संकुचन से होता है। सर्वेक्षण सेवा क्षेत्र की करीब 400 कंपनियों को भेजे गए प्रश्नावली के जवाबों पर आधारित है। नौकरियों के मौके बढ़ने से पीएमआई में उछाल आया है।
कारोबारी गतिविधि सूचकांक में तेजी आई
एचएसबीसी के अर्थशास्त्री इनेस लैम ने कहा कि भारत की सेवा पीएमआई जनवरी में छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। नए व्यवसाय का विस्तार तेज गति से हुआ और भविष्य की गतिविधि के लिए प्रबंधकों की उम्मीदें मजबूत बनी हैं। कारोबारी गतिविधि सूचकांक में तेजी आई, जिससे संकेत मिलता है कि भारत का सेवा निर्यात मजबूत बना हुआ है। नई निर्यात बिक्री तीन महीनों में सबसे तेज़ गति से बढ़ी। कंपनियों ने अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, चीन, यूरोप, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका सहित दुनिया भर में ग्राहकों से लाभ का संकेत दिया। इस बीच, एचएसबीसी इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स 58.5 से बढ़कर 61.2 हो गया।
मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई में आया था उछाल
देश में मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की वृद्धि शानदार रहने से जनवरी की मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। नए ठेकों से वृद्धि को बढ़ावा मिला। एचएसबीसी इंडिया विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) दिसंबर में 18 महीने के निचले स्तर 54.9 से बढ़कर जनवरी में 56.5 हो गया। भारत के विनिर्माण पीएमआई से जनवरी में विनिर्माण गतिविधि में तेजी की बात सामने आई है। उत्पादन मांग मजबूत है। घरेलू ठेके, निर्यात ठेकों की तुलना में तेज से बढ़ रहे हैं। सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय सामान उत्पादकों को दिए गए नए ठेके जनवरी में तेज गति से बढ़े, और यह चार महीनों में सबसे मजबूत वृद्धि है। विपणन प्रयासों और मांग में उछाल से वृद्धि को बढ़ावा मिला।