Semiconductor Industry India: आज के समय में भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाजार वाला देश है। विश्व की हर छोटी-बड़ी कंपनी इंडिया में आकर अपना बिजनेस करना चाहती है, लेकिन भारत कुछ स्थिति में अभी भी दूसरे देशों पर निर्भर है, उनमें से एक है सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में बादशाहत कायम करने की। भारत के पास वह सब कुछ है, जो सेमीकंडक्टर उद्योग में सफल होने के लिए जरूरी है, लेकिन उसे फिर भी अपनी विश्वसनीयता कायम करने की जरूरत है। सेमीकंडक्टर उद्योग का प्रतिनिधित्व करने वाले शीर्ष समूह सेमीकंडक्टर इक्विपमेंट एंड मैटिरियल्स इंटरनेशनल (सेमी) के प्रमुख अजित मनोचा ने कहा कि डेढ़ साल पहले भारत इस क्षेत्र में ‘शून्य’ था। वहीं 2024 तक भारत में 100 सेमीकंडक्टर डिजाइन स्टार्टअप होने जा रहे हैं।
सरकार कर रही प्रोत्साहित
उन्होंने कहा कि चिप बनाने के लिए 76,000 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन योजना सरकार के तरफ से दी जा रही है, जिससे की बड़े प्रतिभा को बल मिल सके और उनके पास सेमीकंडक्टर से जुड़ा स्किल डेवलप हो पाए। इस क्षेत्र में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत के लिए सेमीकंडक्टर क्षेत्र में यह ‘अभी नहीं तो कभी नहीं’ का समय है। किसी देश को यह रफ्तार पकड़ने से सालों लग जाते हैं, लेकिन भारत ने बेहद कम समय में इसे कर दिखाया है। यदि हम अभी यह नहीं कर पाते हैं, तो मुझे लगता है कि हमेशा के लिए अपनी विश्वसनीयता गंवा देंगे। मेरी राय में भारत में देश में एक सफल सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए आवश्यक लगभग सब कुछ है। हमारे पास प्रतिभा है, हमारे पास लोकतंत्र है, दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हमारे पास बाजार है। जनसंख्या बाजार है। हम 1.4 अरब के साथ अब चीन से भी बड़े हैं।
हर पैमाने पर हम मजबूत
भाषा भी हमारे साथ है। लगभग हर कोई अंग्रेजी बोलता है। साथ ही हम अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करते हैं। इतना सबकुछ होने के बावजूद भी हम लीडर नहीं बन पा रहे हैं, ऐसा क्यों? यह सोचने का विषय है। उन्होंने कहा कि हम अब भाग्यशाली हैं कि देश में राजीव चंद्रशेखर और अश्विनी वैष्णव जैसे दो नेता हैं। और इतना ही नहीं हमारे पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे नेता हैं, जो बहुत दूरदर्शी हैं। इसलिए मुझे लगता है कि सभी चीजें अनुकूल हैं और जल्द हम ग्लोबल लीडर बनेंगे।