भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने शानदार तिमाही रिजल्ट पेश किए हैं। बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के लिए 17,035 करोड़ रुपये रहा है। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 16,884 करोड़ रुपये रहा है। एसबीआई ने शनिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी कुल आमदनी जून तिमाही में बढ़कर 1,22,688 करोड़ रुपये हो गई है, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,08,039 करोड़ रुपये थी। समीक्षाधीन तिमाही में बैंक की ब्याज से आमदनी बढ़कर 1,11,526 करोड़ रुपये हो गई है, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 95,975 करोड़ रुपये थी।
बैंक के एनपीए में भी गिरावट
बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) कुल अग्रिमों में से पहली तिमाही में घटकर 2.21 प्रतिशत रह गईं, जो पिछले साल जून के अंत में 2.76 प्रतिशत थीं। इसी तरह, इसका शुद्ध एनपीए भी जून, 2024 में घटकर 0.57 प्रतिशत रह गया, जो एक साल पहले 0.71 प्रतिशत था। एसबीआई का शुद्ध लाभ जून तिमाही में एकीकृत आधार पर मामूली रूप से बढ़कर 19,325 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 18,537 करोड़ रुपये था।
कुल आय में आया उछाल
वहीं, इसकी कुल आय जून तिमाही में बढ़कर 1,52,125 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 1,32,333 करोड़ रुपये थी। बोर्ड ने चालू वित्त वर्ष (2024-25) के दौरान घरेलू और/या विदेशी निवेशकों को 25,000 करोड़ रुपये तक के बेसल-3 अनुरूप अतिरिक्त टियर-1 बांड और टियर-2 बांड जारी करके रुपये या डॉलर में धन जुटाने के प्रस्तावों को भी मंजूरी दे दी। बैंक ने कहा कि जहां भी आवश्यक होगा, धन जुटाने की प्रक्रिया केंद्र सरकार के अनुमोदन के अधीन होगी।