सहारा समूह की बीमा कंपनी सहारा इंडिया लाइफ इंश्योरेसं कंपनी लिमिटेड (SILIC) को लेकर भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बड़ा बयान दिया है। एसबीआई लाइफ ने इसे विलय कहने से इंकार करते हुए कहा है कि यह सिर्फ संपत्तियों का हस्तांतरण है। एसबीआई लाइफ ने सहारा लाइफ इंश्योरेंस के पॉलिसीधारकों की देनदारियों और संपत्तियों के हस्तांतरण पर कहा है कि यह दो कंपनियों का विलय नहीं है। बयान के अनुसार, एसबीआई लाइफ जल्द ही इन बीमाधारकों से संपर्क करेगा और सुगम लेनदेन के लिए संबंधित सूचना देगा।
बीमा नियामक इरडा ने शुक्रवार को एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी को सहारा इंडिया लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (एसआईएलआईसी) की लगभग दो लाख बीमा की देनदारी के साथ-साथ संपत्तियों का तत्काल प्रभाव से अधिग्रहण करने का निर्देश दिया। भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने सहारा इंडिया लाइफ इंश्योरेंस कंपनी की बिगड़ती वित्तीय स्थिति को देखते हुए एक बैठक में यह निर्णय लिया।
इरडा के आदेश के बाद एसबीआई लाइफ ने लगभग दो लाख बीमा देनदारियों को उच्च स्तरीय सेवा और प्रतिबद्धता से देखने का आश्वासन दिया, जैसे वह ‘अपने ग्राहकों को देखता है।’ एसबीआई ने कहा, “हम इन सभी बीमाधारकों को अपने तंत्र में एकीकृत करने की प्रक्रिया पर तेजी से काम कर रहे हैं। जहां पूर्ण एकीकरण में कुछ समय लग सकता है, हम इन बीमाधारकों से अनुरोध करते हैं कि वे हमारे हेल्पलाइन नंबर पर हमसे संपर्क करें या हमें ईमेल करें।”